मकर संक्रान्ति से पहले गंगासागर में उमड़ी लाखों की भीड़! हार्थ अटैक से 3 श्रद्धालुओं की मौत

गंगासागर में रविवार शाम तक 42 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके थे. पवित्र स्नान वाले दिन तक और 80 श्रद्धालुओं के सागर तट पर पहुंचने की उम्मीद है. इस बीच यहां अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रशासन के मुताबिक तीनों श्रद्धालुओं की मौतें हार्ट अटैक से हुई हैं.

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मकर संक्रान्ति से पहले ही लाखों तीर्थयात्रियों ने गंगासागर पहुंचकर समुद्र में स्नान कर लिया. (Aajtak Photo) मकर संक्रान्ति से पहले ही लाखों तीर्थयात्रियों ने गंगासागर पहुंचकर समुद्र में स्नान कर लिया. (Aajtak Photo)

अनुपम मिश्रा

  • गंगासागर,
  • 13 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 2:00 PM IST

मकर संक्रान्ति का पुण्य काल मंगलवार सुबह 6.58 बजे से शुरू होकर बुधवार सुबह तक है. लेकिन उससे पहले ही लाखों तीर्थयात्रियों ने गंगासागर पहुंचकर समुद्र में स्नान कर लिया है. समुद्र में स्नान करने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से तीर्थयात्री यहां आए हैं. संक्रान्ति तिथि की भीड़ से बचने के लिए, वे पहले ही समुद्र स्नान कर कपिल मुनि के मंदिर में पूजा कर रहे हैं. रविवार शाम तक गंगासागर में 42 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके थे. 

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पवित्र स्नान वाले दिन तक और 80 श्रद्धालुओं के सागर तट पर पहुंचने की उम्मीद है. इस बीच यहां अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रशासन के मुताबिक तीनों श्रद्धालुओं की मौतें हार्ट अटैक से हुई हैं. उत्तर प्रदेश के रहने वाले अवधेश तिवारी का रविवार को निधन हो गया. सोमवार सुबह दो और श्रद्धालुओं की मौत हो गई. इस बार महाकुंभ के कारण गंगासागर मेले में भीड़ अपेक्षाकृत कम रहने की उम्मीद है. महाकुंभ के कारण साधु-संत भी काफी कम आ रहे हैं. 

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लेकिन आम तीर्थ यात्री बड़ी संख्या में यहां आ रहे हैं. प्रशासन ने बताया कि 1 जनवरी से 12 जनवरी तक 42 लाख श्रद्धालु गंगासागर आ चुके हैं. दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन को उम्मीद है कि मंगलवार को मकर संक्रान्ति के मौके पर मेले में और भी लोग आएंगे और इतनी बड़ी संख्या में लोगों को संभालने के लिए पुलिस प्रशासन काफी सक्रिय है. पश्चिम बंगाल पुलिस ने गंगासागर मेले में 13 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए हैं. बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.

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कोलकाता के आउट्राम आउट्रम घाट से लेकर गंगासागर मेले तक मेगा कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है. श्रद्धालुओं की सहुलियत के लिये सागर तट पर 54 किलोमीटर की बैरिकेडिंग की गई है, ताकि आवागमन और भीड़ प्रबंधन में किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो. इसके साथ पूरे गंगासागर मेले में 617 ड्रॉप गेट बनाए गए हैं. पुण्यार्थियों को कपिलमुनी के दर्शन, गंगा आरती, सागर कथा सुनाने के लिये 62 जॉइंट स्क्रीन के साथ 8 एलईडी जोन का निर्माण किया गया है.

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