लोकसभा चुनाव के बाद संसद का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. इस सत्र में लोकसभा के स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का चुनाव होगा और सभी नव निर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी. इससे पहले निचले सदन में प्रोटेम स्पीकर यानी अस्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच विवाद छिड़ गया. भाजपा ने 7 बार के सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है. इसे लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर संसदीय परंपरा को नष्ट करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस का कहना है कि उसके 8 बार के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए था. क्योंकि वह 18वीं लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद हैं. उनकी जगह भारतीय जनता पार्टी के सांसद भर्तृहरि महताब को यह जिम्मेदारी देना गलत है, क्योंकि वह 7 बार के सांसद हैं और वरिष्ठता के मामले में कोडिकुन्निल सुरेश के बाद आते हैं. सुरेश केरल के मावेलिकारा से सांसद हैं, जबकि महताब ओडिशा के कटक से सांसद हैं.
कोडिकुन्निल सुरेश को विपक्ष का नेता बनाए कांग्रेस: सुरेंद्रन
अब बीजेपी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए बीजेपी ने कहा है कि अगर उसे अपने सांसद कोडिकुन्निल सुरेश की वरिष्ठता की इतनी ही चिंता है तो उन्हें लोकसभा में विपक्ष का नेता बना सकती है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कांग्रेस दोनों ने दावा किया है कि लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद सुरेश को प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त नहीं करना अतीत में अपनाई गई परंपराओं का उल्लंघन है. पलटवार करते हुए भाजपा के राज्य प्रमुख के सुरेंद्रन ने कहा कि कांग्रेस को सुरेश को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाकर केंद्र के फैसले का विरोध करना चाहिए.
केरल भाजपा के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, 'हर हाल में इस आदमी (सुरेश) को विपक्ष का नेता बनाया जाना चाहिए. कांग्रेस पार्टी को उन्हें दो दिनों के लिए प्रोटेम स्पीकर नहीं बनाए जाने के खिलाफ अपना विरोध इस तरह व्यक्त करना चाहिए.' आठ बार के सांसद सुरेश ने शुक्रवार को कहा कि सबसे वरिष्ठ लोकसभा सदस्य होने के नाते परंपरा के मुताबिक उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए था. केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन और रमेश चेन्निथला सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने भी सुरेश की बात का समर्थन किया.
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए 26 जून को होने वाला है चुनाव
प्रोटेम स्पीकर ही 18वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाएगा और अध्यक्ष के चुनाव तक निचले सदन की अध्यक्षता करेगा. 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा. नवनिर्वाचित सदस्य 24-25 जून को शपथ लेंगे. लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 26 जून को होने वाला है. भाजपा ने अब तक स्पीकर पोस्ट के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का खुलासा नहीं किया है. वहीं उसके नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में शामिल महत्वपूर्ण सहयोगी दलों टीडीपी और जदयू ने कहा है कि वे स्पीकर पोस्ट के लिए बीजेपी जिसे चुनेगी उसका समर्थन करेंगे.
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