कुर्की का नोटिस मिलते ही लग गई 70 लाख रुपये की लॉटरी, मछलीवाला हो गया मालामाल

केरल के कोल्लम के एक मछली विक्रेता की किस्मत कुछ इस तरह बदली कि जिसे सुनकर हर कोई हैरान है. दरअसल, मछली बेचने वाले पुकुंजू को बैंक ने कुर्की का नोटिस भेजा था. नोटिस मिलने के कुछ घंटे बाद ही उसने 70 लाख रुपये की लॉटरी जीत ली.

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प्रतीकात्मक तस्वीर. प्रतीकात्मक तस्वीर.

aajtak.in

  • कोल्लम,
  • 15 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 10:41 AM IST

केरल के एक मछली विक्रेता के साथ कुछ ऐसा हुआ जिसे जानकर हर कोई हैरान है. दरअसल, मछली विक्रेता ने घर के काम के लिए बैंक से लोन लिया था. लोन न चुका पाने के कारण बैंक से उसे कुर्की का नोटिस मिला. लेकिन लोन डिफॉल्ट नोटिस मिलने के कुछ ही घंटों बाद मछली बेचने वाले की किस्मत खुल गई. उसने राज्य सरकार की 70 लाख रुपये की अक्षय लॉटरी जीत ली.

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मामला केरल के कोल्लम जिले के मैनागपल्ली का है. यहां पुकुंजू ने 12 अक्टूबर को एक लॉटरी टिकट खरीदा था, जिसमें 70 लाख रुपये का पहला ईनाम था.

एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, दोपहर को जब वह मछली बेचकर घर लौटा तो उसे पता चला कि बैंक ने उसके घर के संबंध में कुर्की का नोटिस भेजा है. दरअसल, वह 9 लाख रुपये कर्ज नहीं चुका पाया था. वह इस बात को लेकर काफी दुखी था कि तभी कुछ घंटों बाद उसे एक खुशखबरी मिली. खुशखबरी ये थी कि उसने राज्य सरकार की अक्षय लॉटरी जीत ली थी. उसे लॉटरी में 70 लाख रुपये का ईनाम निकला.

मछली विक्रेता पुकुंजू की पत्नी ने कहा, ‘बैंक से नोटिस मिलने के बाद हम काफी निराश हो गए थे. हमारी समझ में कुछ नहीं आ रहा था कि क्या करना है. अपनी संपत्ति बेचनी है या नहीं?’ लेकिन किस्मत ने हमारे परिवार पर सही समय खुशियां लौटा दीं. क्योंकि नोटिस मिलने के कुछ घंटों के भीतर अक्षय लॉटरी के विजेता की घोषणा की गई. 70 लाख की यह लॉटरी मेरे ही पति के नाम निकली.

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लॉटरी निकलने के बाद पुकुंजू की पत्नी ने कहा कि वे पहले अपने सभी कर्ज चुकाएंगे और फिर सुनिश्चित करेंगे कि उनके बच्चों को एक अच्छी शिक्षा मिले ताकि वे जीवन में एक अच्छे स्तर तक पहुंच सकें.

मछली विक्रेता ने 8 साल पहले लिया था बैंक से लोन
बता दें कि पुकुंजू ने करीब आठ साल पहले घर बनाने के लिए कॉर्पोरेशन बैंक से 7.45 लाख रुपए का कर्ज लिया था. तब से वह बैंक का कर्ज चुकाने की पूरी कोशिश कर रहा था, लेकिन बावजूद उसके वह कर्ज नहीं चुका पा रहा था. पुकुंजू पर अब ब्याज समेत कर्ज के कुल रुपए 12 लाख के करीब हो गए थे. जिसे लेकर पुकुंजू और उसकी पत्नी काफी परेशान रहने लगे थे. उन्हें लगता था कि संपत्ति बेचकर ही बैंक के कर्ज को चुकाया जा सकता है. लेकिन बैंक से कुर्की का नोटिस मिलने के चंद घंटे बाद ही पुकुंजू ने राज्य सरकार की अक्षय लॉटरी का पुरस्कार जीता, जिसके बाद उनके परिवार की किस्मत बदल गई.

 

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