अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने यह जानकारी दी. खास बात ये है कि यह भारत में इस्तेमाल होने वाली पहली ऐसी वैक्सीन होगी, जो कोरोना के खिलाफ सिंगल डोज में ही कारगर साबित होगी.
मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया, भारत ने अपनी वैक्सीन बास्केट का विस्तार कर लिया. जॉनसन एंड जॉनसन को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है. अब तक भारत में 5 वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है. मांडविया ने कहा, कोरोना के खिलाफ हमारे देश की जंग को बढ़ावा मिलेगा.
कंपनी का दावा- 85% असरदार है वैक्सीन
जॉनसन एंड जॉनसन ने 5 अगस्त को भारत सरकार से सिंगल डोज वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी मांगी थी. जॉनसन एंड जॉनसन इंडिया के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा, हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 7 अगस्त को भारत सरकार ने जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. ताकि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों की कोरोना से सुरक्षा की जा सके. बयान में आगे कहा गया है कि यह फैसला तीसरे चरण के ट्रायल में मिले प्रभाव और सुरक्षा के डेटा पर आधारित हैं. जो यह बताता है कि हमारी सिंगल डोज वैक्सीन गंभीर बीमारी को रोकने में 85% प्रभावी है.
इन वैक्सीन को मिल चुकी मंजूरी
कोविशील्ड, कोवैक्सिन, स्पुतनिक V और मॉडर्ना के बाद जॉनसन 5वीं वैक्सीन है, जिसे मंजूरी मिली है. हालांकि, भारत में अभी सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और रूस की स्पुतनिक वी वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है. सरकारी केंद्रों पर कोविशील्ड, कोवैक्सिन लगाई जा रही है. जबकि प्राइवेट अस्पतालों में स्पुतनिक भी उपलब्ध है. भारत में अभी इस्तेमाल हो रहीं वैक्सीन की दो डोज दी जाती हैं. कोविशील्ड की दो डोज 84 दिन के जबकि कोवैक्सिन 4 से 6 हफ्तों के अंतराल में दी जाती है.
भारत में मिली इन 5 वैक्सीन को मंजूरी, जानिए कौन सबसे असरदार
| वैक्सीन | असरदार |
| कोविशील्ड | 90% |
| कोवैक्सिन | 81% |
| मॉडर्ना | 94.1% |
| स्पुतनिक वी | 91.6% |
| जॉनसन एंड जॉनसन | 85% |
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