आतंकवादी मसूद अजहर का परिवार ऑपरेशन सिंदूर के दौरान के मारा गया था. ऑपरेशन सिंदूर के कई महीनों बाद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के परिवार ने इसकी पुष्टि की है. जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने स्वीकार किया है कि 7 मई को बहावलपुर के आतंकी अड्डे पर जब भारत ने हमला किया तो आतंकी मसूद अजहर का परिवार टुकड़ों-टुकड़ों में तक्सीम हो गया, रेजा-रेजा हो गया.
जैश कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने कहा कि इस हमले में मसूद अजहर का परिवार को काफी नुकसान पहुंचा और परिवार के कई लोग मारे गए.
जैश कमांडर का कबूलनामा वाला वीडियो
जैश कमांडर के कबूलनामे से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में वो कमांडर कहता हुआ दिख रहा है, "सब कुछ कुर्बान करने के बाद 7 मई को बहावलपुर के अंदर मौलाना मसूद अजहर की फैमिली के लोग बेवा, बेटे और बच्चे रेजा-रेजा हो गए. टुकड़ों में तक्सीम हो गए."
बहावलपुर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित शहर है. यहां मरकज सुब्हान अल्लाह नाम की एक मस्जिद में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का मुख्यालय है. यह ऑपरेशन सिंदूर का सबसे प्रमुख और घातक हमला था जो पाकिस्तान के अंदर 100 किलोमीटर गहराई में स्थित था. भारतीय सेना ने ऑपरेशन के तहत जैश के हेडक्वार्टर को निशाना बनाया. इस हमले में आतंकियों का ये पूरा अड्डा तबाह हो गया. जैश के इसी अड्डे में आतंकी मसूद अजहर का परिवार रहता था. सैटेलाइट इमेज से मिली तस्वीरें बताती है कि भारत के हमले में मरकज सुब्हान अल्लाह मलबे में तब्दील हो गया.
जैश दफ्तर में बना भारत पर आतंकी हमले का प्लान
हमले के बाद भारतीय सेना की प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरेशी ने प्रेस ब्रीफिंग में पुष्टि की कि यह JeM का मुख्यालय था. इस स्थान से भारत के खिलाफ कई हमले की प्लानिंग बनाई गई थी.
भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था. इसी ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान में मौजूद आतंक के अड्डों पर हमला किया गया. इन हमलों में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे. 7 से 10 मई तक चले इस ऑपरेशन के दौरान भारत ने न सिर्फ पाकिस्तान स्थित टेरर कैंप को बर्बाद किया बल्कि पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस, रहीम खान एयरबेस समेत 10-12 सैन्य ठिकानों को भी तबाह कर दिया था.
क्यों वांटेड है मसूद अजहर?
आतंकी मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक है और भारत में कई आतंकी हमलों के लिए वांटेड है. मसूद अजहर की 2001 के भारत के संसद पर हमले, 2016 के पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमले, 2019 के पुलवामा हमले और 2025 के पहलगाम अटैक में भूमिका रही है.
मसूद अजहर कभी भारत में गिरफ्तार हुआ था लेकिन 1999 में IC-814 विमान अपहरण कांड के दौरान उसकी रिहाई हो गई. इसके बाद उसने जैश ए मोहम्मद बनाया. मसूद अजहर पर आतंकी फंडिंग, भर्ती, और प्रशिक्षण शिविर चलाने के आरोप हैं. वह अबतक बहावलपुर स्थित मुख्यालय से अपना ऑपरेशन संचालित करता है. इसी टेरर हेड ऑफिस को भारत ने 2025 के ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट किया. संयुक्त राष्ट्र ने उसे 2019 में वैश्विक आतंकी घोषित किया है.
सुबोध कुमार