भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए लॉन्चिंग को 10 जून तक स्थगित कर दिया गया है, क्योंकि पायल ग्रुप की अनिवार्य पूर्व-उड़ान क्वारंटीन प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है.
यह मिशन Axiom Space के Ax-4 प्रोग्राम का हिस्सा है. इस मिशन की शुरुआत मूल रूप से 29 मई को होने वाली थी, जिसे बाद में 8 जून के लिए दोबारा से शेड्यूल किया गया था, लेकिन परिचालन संबंधी तैयारी और चल रही क्वारंटीन प्रक्रियाओं की वजह सो लॉन्च अब 10 जून को आयोजित किया जाएगा.
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शुभांशु शुक्ला मिशन के पायलट होंगे
शुभांशु शुक्ला इस मिशन में पायलट के तौर पर सेवा देंगे और ISS का दौरा करने वाले पहले भारतीय बनने वाले हैं. वे अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे, पहले भारतीय राकेश शर्मा थे, जिन्होंने 1984 में ऐतिहासिक मिशन किया था. Ax-4 मिशन में मिशन कमांडर के रूप में पीगी व्हिटसन शामिल हैं, जो एक अनुभवी NASA अंतरिक्ष यात्री हैं.
साथ ही पोलैंड के विशेषज्ञ स्लावोज उज्नांस्की-विस्नीवस्की और हंगरी के टिबोर कपु भी हैं, जो अपने-अपने देशों के ISS के लिए पहले उड़ान भरने वाले हैं. पायलट ग्रुप 25 मई से फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर में दो सप्ताह की पूर्व-लॉन्च क्वारंटीन में हैं.
रोजाना होता है हेल्थ चेकअप्स
यह "स्वास्थ्य स्थिति" प्रोटोकॉल सभी मानवीय अंतरिक्ष उड़ानों के लिए एक मानक सुरक्षा उपाय है. इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि अंतरिक्ष यात्री किसी भी संक्रामक रोग से मुक्त हों, जो मिशन को जोखिम में डाल सकता है या ISS के अन्य क्रू मेंबर के सदस्यों को खतरा पहुंचा सकता है.
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इस दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को एक नियंत्रित वातावरण में रखा जाता है, जहां सख्त स्वच्छता नियम लागू होते हैं. उनकी डेली हेल्थ चेकअप्स होती है और बाहरी लोगों से संपर्क सीमित रखा जाता है. यह प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि ISS एक क्लोज सिस्टम है, जहां थोड़ी सी बीमारी भी गंभीर परिणाम का कारण बन सकती है.
आजतक साइंस डेस्क