तीन बार पुलित्जर अवॉर्ड जीतने वाले स्तंभकार थॉमस फ्रीडमैन ने शुक्रवार को India Today Conclave 2021 में शिरकत की. थॉमस फ्रीडमैन 'super power in the 21st century' पर अपनी बात रखी.
अपने संबोधन की शुरुआत थॉमस फ्रीडमैन ने पांच शब्दों के साथ किया. ये पांच शब्द fast, fused, deep, open and smart थे. प्रकृति मां सभी महाशक्तियों की जननी है.
भारत पर थॉमस फ्रीडमैन ने कहा, "भारत एक चमत्कार है. मुझे उम्मीद है कि आप उस चमत्कार का पोषण, सराहना, सम्मान करेंगे. यह पूरी दुनिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण है."
वहीं, अमेरिका में "हाइपर-पोलराइजेशन" पर थॉमस फ्रीडमैन ने कहा, "हम केबल टीवी, सोशल मीडिया और राजनीतिक ध्रुवीकरण के संयोजन के कारण एक तरह के पागलपन की चपेट में हैं. तथ्य को कल्पना से अलग करने के लिए हम अपनी संज्ञानात्मक क्षमता खो रहे हैं.
फ्रीडमैन ने कहा, "पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को महामारी की चपेट में आने पर प्राकृतिक प्रणालियों का कोई अनुभव नहीं था. प्राकृतिक प्रणालियों के साथ उनका एकमात्र अनुभव गोल्फ कोर्स में झरने का निर्माण था. उन्होंने दुनिया को व्यवसाय के माध्यम से देखा."
फ्रीडमैन की बुक ये अंश चर्चाओं में रहता है
बता दें कि थॉमस फ्रीडमैन की 2005 में आई किताब ‘द वर्ल्ड इज़ फ्लैट’ के जिस अंश का सबसे ज्यादा उल्लेख किया जाता है उसमें कहा गया है कि वही देश, कंपनियां और संगठन बेहतर रहते हैं जो अपने सपनों और यादों में तुलनात्मक संतुलन बनाकर चलते हैं.
थीम रहा #ABETTERNORMAL
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