संदेशखाली पहुंचे शुभेंदु अधिकारी, लोगों ने लगाए जय श्रीराम के नारे

पश्चिम बंगाल में संदेशखाली केस को लेकर टीएमसी सरकार सवालों के घेरे हैं. इस बीच, राजभवन ने संदेशखाली की पीड़िताओं के लिए कोलकाता के राजभवन में पीस होम खोला गया है. राजभवन में 3 कमरे अलॉट किए गए हैं.

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संदेशखाली में धारा 144 लागू की गई है. संदेशखाली में धारा 144 लागू की गई है.

अनुपम मिश्रा

  • कोलकाता,
  • 20 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 5:45 PM IST

पश्चिम बंगाल का संदेशखाली जंग का अखाड़ा बन गया है. वहां की महिलाओं ने आरोप लगाया कि टीएमसी के नेताओं ने उनका यौन शोषण किया है. इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम एक्शन में आई है और पीड़ित परिवारों का हाल जानने पहुंची है. इस बीच, संदेशखाली की पीड़िताओं के लिए राजभवन के दरवाजे खोल दिए गए हैं. यहां पीस होम खोला गया है. जो पीड़िताएं वहां नहीं रह पा रही हैं, वे यहां आना चाहती हैं तो आकर रुक सकती हैं. तीन कमरे अलॉट किए गए हैं.

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राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी इस मामले पर नजर रख रहे हैं. राज्यपाल ने पीस होम खोलने का कदम उठाया है. राज्यपाल भी संदेशखाली गए थे. वहां पीड़िताओं ने आपबीती सुनाई थी और राज्यपाल को राखी बांधी थी. उसके बाद राजभवन में पीड़ित परिवारों के कई फोन भी आ रहे थे. इन पीड़िताओं का कहना था कि हम संदेशखाली से निकलना चाहते हैं. इसी को ध्यान में रखकर राज्यपाल ने गवर्नर हाउस में तीन कमरे अलॉट किए हैं. वहीं, बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी भी आज संदेशखाली पहुंचे हैं. उनके पहुंचने पर लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए.

बता दें कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने शुभेंदु अधिकारी को जाने से रोक लिया था, जिसके बाद कोलकाता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को संदेशखाली जाने की अनुमति दी थी. कोलकाता हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने राज्य सरकार के द्वारा लगाई गई धारा 144 को खारिज कर दिया था. कोर्ट ने यह भी कहा था कि शुभेंदु अपने किसी समर्थक को लेकर संदेशखाली नहीं जा सकते हैं. हालांकि, सुरक्षा कर्मियों को ले जाने की इजाजत दी थी.

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'पीड़िताओं के रहने-खाने की व्यवस्था फ्री'

यहां पर रहना, खाना-पीना निशुल्क होगा. राजभवन की तरफ से सभी व्यवस्थाएं मुहैया कराई जा रही हैं. इतना ही नहीं, राजभवन के अंदर पीड़िताओं को मदद भी मिलेगी. महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.

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राजभवन का कहना है कि अगर संदेशखाली में किसी पीड़ित महिला को डर लग रहा है तो वो यहां आकर रह सकती हैं. यहां उनके खाना, पीना और रहना निशुल्क होगा. पीड़ित परिवारों को हर तरह की मदद मुहैया करवाई जाएगी.

'राज्यपाल ने रक्षा करने का वादा किया है'

राज्यपाल ने संदेशखाली की पीड़िता महिलाओं को न्याय दिलाने और उनकी रक्षा करने का वादा किया है. उन्होंने पीड़िताओं से वादा किया कि वह नियमित रूप से सभी के संपर्क में रहेंगे और वह पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. राज्यपाल के संदेशखाली के निरीक्षण दौरे के वक्त राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा भी मौजूद थीं. उन्होंने कहा कि संदेशखाली पीड़ित महिलाओं के लिए शांति होम्स उनके भाई के घर की तहर है.

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क्या है मामला?

बता दें कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली इलाके में पिछले कुछ दिनों से महिलाएं बड़ी संख्या प्रदर्शन कर रही हैं. महिलाओं ने प्रदेश की सत्ता पर काबिज तृणमूल कांग्रेस के फरार नेता शाहजहां शेख और उनका आरोप है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के फरार नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों ने उनका यौन उत्पीड़न किया और जबरन जमीन पर भी कब्जा करने का आरोप लगाया है.

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