पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में जनता उन्नयन पार्टी (JUP) के संस्थापक हुमायूं कबीर एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार वजह उनके बेटे पर लगे गंभीर आरोप हैं. पश्चिम बंगाल पुलिस ने हुमायूं कबीर के बेटे गुलाम नबी आजाद उर्फ रॉबिन को उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) से कथित मारपीट के मामले में हिरासत में ले लिया है.
घटना शनिवार सुबह की बताई जा रही है. हुमायूं कबीर के PSO, कांस्टेबल जुम्मा खान ने साक्तिपुर पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने घर जाने के लिए छुट्टी मांगी, तो रॉबिन ने उनके साथ मारपीट की. बताया गया है कि यह घटना साक्तिपुर थाना क्षेत्र में स्थित हुमायूं कबीर के ग्राउंड फ्लोर कार्यालय में हुई, जहां उस समय आम लोग भी मौजूद थे.
शिकायत मिलने के बाद साक्तिपुर पुलिस स्टेशन की टीम हुमायूं कबीर के आवास पर पूछताछ के लिए पहुंची. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी गुलाम नबी आजाद उर्फ रॉबिन को डिटेन कर लिया. पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बाबरी जैसी मस्जिद के निर्माण की नींव के बाद चर्चा में हुमायूं कबीर
इस पूरे घटनाक्रम के बीच हुमायूं कबीर अपने बयानों को लेकर भी सुर्खियों में बने हुए हैं. बाबरी मस्जिद को लेकर दिए गए बयान में उन्होंने कहा, "बाबरी मस्जिद को 30 साल पहले गिराया गया था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले में यह नहीं कहा गया कि भारत में कहीं और बाबरी मस्जिद नहीं बन सकती. कोर्ट ने दूसरी जगह जमीन भी दी थी, लेकिन वहां मुस्लिम आबादी नहीं होने के कारण मस्जिद नहीं बन सकी. बंगाल में 37 प्रतिशत और मुर्शिदाबाद में 72 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है, तो यहां मस्जिद बनने से किसी को क्या दिक्कत है."
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AIMIM के साथ करना चाहते हैं गठबंधन
इसके साथ ही हुमायूं कबीर ने आगामी चुनावों को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा कि वह नौशाद सिद्दीकी और AIMIM के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. उनका दावा है कि मुर्शिदाबाद में 17–22, मालदा में 10–12 और उत्तर दिनाजपुर में 6–9 सीटों पर जीत हासिल की जा सकती है. हालांकि टीएमसी की तरफ से पहले ही उनके साथ गठबंधन की संभावनाओं से इनकार किया जा चुका है.
अनुपम मिश्रा