केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा अब ओवरसीज़ सिटीज़न ऑफ इंडिया (OCI) कार्डधारकों के लिए सख्ती बढ़ा दी गई है. अब किसी भी OCI कार्डधारक को भारत में किसी मिशनरी में शामिल होने, तबलीगी जैसे इवेंट में हिस्सा लेने या फिर पत्रकारिता का काम करने के लिए परमिशन लेनी होगी.
केंद्र का कहना है कि OCI कार्डधारकों को लाइफलॉन्ग वीज़ा समेत कई सुविधाएं मिलती हैं, जो जारी रहेंगी. लेकिन, इस प्रकार की एक्टिविटी के लिए परमिशन जरूरी होगी. बीते हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इस बारे में नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है.
ऐसे इवेंट में हिस्सा लेने के लिए ओसीआई कार्डधारकों को इंडियन मिशन या फॉरनर रिजनल ऑफिसर से परमिशन लेने होगी. गौरतलब है कि देश में कोरोना काल की जब शुरुआत हुई थी, तब ऐसा ही एक तबलीगी इवेंट चर्चा का विषय बना था जहां हजारों ओसीआई धारकों पर कोरोना फैलाने का आरोप लगा था.
साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साफ किया है कि कोई भी OCI कार्डधारक एक विदेशी ही है, क्योंकि उसके पास विदेशी नागरिकता है. ऐसे में उसे भारतीय नागरिक नहीं माना जाएगा. ऐसे में भारत में होने वाली कई प्रतियोगी परिक्षाओं में कोई NRI तो हिस्सा ले सकता है, लेकिन कोई OCI कार्डधारक ऐसी किसी सीट को नहीं ले सकते हैं जो भारतीय नागरिक के लिए रिजर्व होगी.
आपको बता दें कि करीब 50 लाख ऐसे लोग हैं, जिनके पास भारत का ओसीआई कार्ड है. ये सुविधा उन लोगों को मिलती है, जिनका कोई भी संबंध भारत से रहता है. यानी अगर कोई भारतीय विदेश में जाकर बसता है और उसकी किसी शादी होती है, तो उसकी पत्नी को ये सुविधा मिल सकती है. हालांकि, इसमें कुछ नियम और शर्तों को पालन करना होता है.
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