उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस में नारायण साकार उर्फ 'भोले बाबा' के सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की दुखद मौत हुई है. बाबा नारायण साकार का नोएडा में भी आश्रम है. नोएडा के डूब क्षेत्र स्थित सेक्टर-87 इलाबांस गांव में बाबा का आलीशान आश्रम है. इसमें आश्रम के दरवाजों पर लोहे के बड़े-बड़े गेट लगे हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, काफी वक्त से बाबा यहां नहीं आए.
साल 2022 में ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर 16बी में 1 नवंबर को पहले मंगलवार को मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम का आयोजन किया गया था, जिसका पोस्टर यहां मौजूद है.
हाथरस समागम में हिस्सा लेने शख्स नोएडा में मिला
आश्रम में मौजूद हिमांशु ने बताया कि हम लोग भी हाथरस के समागम में हिस्सा लेने गए थे. बाबा 12:00 बजे आए थे और 1:30 बजे चले गए थे. उनके जाने के बाद जब संगत निकली, तो उसके साथ बहुत भीड़ थी. पुलिस की संख्या काफी कम थी, यह हादसा हुआ जब वे जा चुके थे.
आश्रम में मौजूद शख्स हिमांशु ने दावा किया, "यह जो कहा जा रहा है कि प्रभु की धूल लेने के लिए लोग गए थे, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था. वह किसी से मिलते नही हैं, सिर्फ मंच से ही संबोधन करते हैं. जो उनके प्रवास बने हुए हैं, वह कमेटी के मेंबर्स ने ही बनाए हैं. नोएडा के प्रवास को भी कमेटी के मेंबर्स ने बनाया है लेकिन नोएडा के प्रवास पर वे आने के लिए मना करते हैं. अब तक वह एक बार यहां आए थे."
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हिमांशु का कहना है कि भगदड़ नहीं मची थी, तीन-चार लोगों ने धक्का दिया था और लोगों के ऊपर चढ़ भी रहे थे, रोड पर आ रहे थे. धक्का लग रहा था, चिकनी मिट्टी होने के कारण वह फिसल कर गिर रहे थे. इस घटना में औरतों की जान ज्यादा गई है.
नोएडा आश्रम में मौजूद शख्स हिमांशु ने बताया कि यह आश्रम बने हुए करीब 2 साल हो गए हैं. पिछली 14 जुलाई को गुरुजी आए थे, उसके बाद कभी नहीं आए है.
अरविंद ओझा