हाथरस गैंगरेप पर भारत बंद का ऐलान करें विपक्षी दलः जिग्नेश मेवाणी

सपा ने सरकार को बेशर्म बताते हुए कहा है कि 7 दिन तक रेप की एफआईआर तक नहीं लिखी गई. रिपोर्ट तक न लिखने वाले अब लिस्ट जारी कर क्या साबित करना चाहते हैं?

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जिग्नेश मेवाणी (फाइल फोटो) जिग्नेश मेवाणी (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 8:45 PM IST
  • जिग्नेश ने हाथरस की घटना को बताया शर्मनाक
  • समाजवादी पार्टी ने यूपी सरकार को बताया बेशर्म
  • सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता का निधन

हाथरस में दबंगों की दरिंदगी का शिकार हुई 19 साल की युवती की मौत हो गई है. गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद इसपर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस ने इस घटना को लेकर लखनऊ से दिल्ली तक प्रदर्शन किया, वहीं समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने भी यूपी की योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हथरस की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है.

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गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई दुष्कर्म की इस घटना को शर्मनाक बताते हुए विपक्षी दलों और दलित संगठनों से भारत बंद का ऐलान करने का आह्वान किया है. मेवाणी ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि आरोपियों ने युवती की जुबान काट दी, जिससे वह अपने साथ हुए अत्याचार के बारे में कुछ न बोल पाए.

वहीं, उत्तर प्रदेश के विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी योगी सरकार को घेरा है. सपा ने ट्वीट कर कहा है कि हाथरस में हैवानियत के बाद बेटी की जान चली गई. सपा ने सवाल किया है कि जीते जी उसे न्याय नहीं दिया, लेकिन उसके मरने के बाद अब किसे बचाने के लिए सरकार की ओर से हथकंडे अपनाए जा रहे हैं?

सपा ने सरकार को बेशर्म बताते हुए कहा है कि 7 दिन तक रेप की एफआईआर तक नहीं लिखी गई. रिपोर्ट तक न लिखने वाले अब लिस्ट जारी कर क्या साबित करना चाहते हैं? इससे पहले कांग्रेस ने भी आक्रामक तेवर अपनाकर यह संकेत दे दिए हैं कि वह इस मुद्दे पर योगी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाली. महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया, वहीं यूपी की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने पीड़िता के परिजनों से बात की.

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बता दें कि हाथरस की गैंगरेप पीड़िता का मंगलवार को निधन हो गया. पीड़िता को उपचार के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पीड़िता की मौत के बाद उसके परिजन अस्पताल में ही धरने पर बैठ गए थे, जिन्हें बाद में पुलिस ने हटा दिया.

 

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