21 विधानसभा चुनाव, राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति इलेक्शन और 2029 चुनाव की तैयारी... नए CEC ज्ञानेश कुमार के 4 साल के कार्यकाल में क्या होगा खास?

ज्ञानेश कुमार ने मुख्य चुनाव आयुक्त का पद संभाल लिया है. ज्ञानेश कुमार के बतौर सीईसी करीब चार साल के कार्यकाल में 21 राज्यों के विधानसभा चुनाव होने हैं और राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति के चुनाव भी होने हैं. नए सीईसी ज्ञानेश कुमार के कार्यकाल में क्या खास होगा?

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मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार (फोटोः PTI) मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार (फोटोः PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 1:35 PM IST

भारत निर्वाचन आयोग को नया मुख्य चुनाव आयुक्त मिल गया है. 1988 बैच के केरल कैडर के अधिकारी ज्ञानेश कुमार ने देश के 26वें मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के रूप में पद्भार भी संभाल लिया है. उन्होंने राजीव कुमार की जगह ली है जिनका कार्यकाल 18 फरवरी को ही पूरा हुआ था. हरियाणा के मुख्य सचिव डॉक्टर विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है. कानून मंत्रालय की ओर से सोमवार की देर रात गजट नोटिफिकेशन जारी किया था जिसमें यह जानकारी दी गई थी कि मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक रहेगा.

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गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव जैसे अहम पदों पर रह चुके ज्ञानेश कुमार की जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सरकार के निर्णयों को लागू कराने में महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है. वह अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पूर्व आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्रा की अगुवाई में गठित कमेटी के सदस्य भी रहे. राम मंदिर में लगने वाली मूर्ति का चयन करने वाली कमेटी में भी ज्ञानेश कुमार शामिल रहे हैं. बतौर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के कार्यकाल में क्या खास होगा?

21 राज्यों में विधानसभा चुनाव

ज्ञानेश कुमार 26 जनवरी 2029 तक मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर रहेंगे. इस दौरान देश के 21 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसकी शुरुआत बिहार चुनाव के साथ इसी साल हो जाएगी. इस साल के अंत तक बिहार विधानसभा के चुनाव होने हैं. बिहार के बाद केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और गुजरात में विधानसभा के चुनाव हैं. हिमाचल प्रदेश, गोवा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के साथ ही मणिपुर और कर्नाटक में भी ज्ञानेश कुमार के सीईसी रहते चुनाव होंगे. ज्ञानेश कुमार के कार्यकाल में ही मेघालय, नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर के राज्यों के साथ ही दक्षिण के तेलंगाना और हिंदी पट्टी के राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के अगले चुनाव होने हैं.

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राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव

ज्ञानेश कुमार के सीईसी रहते ही राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव भी होने हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का कार्यकाल 24 जुलाई 2027 को पूरा हो रहा है. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का कार्यकाल भी 10 अगस्त 2027 को पूरा हो जाएगा. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति, दोनों ही पदों के लिए 2027 में चुनाव होंगे और तब मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ही होंगे. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के साथ ही ज्ञानेश कुमार के सीईसी रहते कई राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव भी होंगे.

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2029 चुनाव की तैयारी

देश में अगले आम चुनाव 2029 में होने हैं और भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल भी इसी साल तक है. ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक है जबकि आम चुनाव मार्च-अप्रैल तक होंगे. यानी मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल लोकसभा चुनाव से पहले ही समाप्त हो जाएगा लेकिन इस चुनाव की तैयारियां उनके ही कार्यकाल में होंगी.

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वन नेशन, वन इलेक्शन

वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट को कैबिनेट मंजूरी दे चुकी है. ऐसे में इससे जुड़ा बिल संसद से पारित होता है और 2029 तक लागू करने की योजना पर सरकार काम करती है तो इसे अमल में लाने से संबंधित तैयारियों की जिम्मेदारी भी नए सीईसी पर ही होगी.

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