सड़क मरम्मत और नागरिक शिकायतों को लेकर चलाए गए "BJP Che Burak Signature Campaign" में आम आदमी पार्टी (AAP) की ओर से राज्यभर में सिग्नेचर कैंपेन चलाया गया, जिसमें पार्टी का दावा है कि 1 लाख से अधिक लोगों ने अपने हस्ताक्षर किए. AAP की योजना इन हस्ताक्षरों को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को सौंपने की है.
AAP की नेता आतिशी ने कहा कि उन्होंने पूरे गोवा में सिग्नेचर कलेक्ट किए और यह कहना अनुचित नहीं होगा कि अभियान के दौरान वॉलंटियरों और समर्थकों को धमकाया गया. आतिशी के मुताबिक घर-घर जाकर लोगों ने समर्थन जताया, पर कई बार स्थानीयों ने कहा कि वे समर्थन करते हैं पर साइन नहीं कर पाएंगे क्योंकि "MLA" द्वारा धमकी दी जा रही है.
आतिशी ने दावा किया, "लोग हमें कहते थे कि वे हमारे साथ हैं, पर साइन नहीं करेंगे वरना उनका 'एमएलए' उन्हें धमकाएगा. फिर भी इतनी धमकियों के बावजूद हमारे कार्यकर्ताओं ने एक लाख सिग्नेचर जुटाए."
आतिशी ने यह भी आरोप लगाया कि पिछले हफ्ते से जब AAP का ऑफिस खुलने की खबर आई तो कुछ स्थानीय लोग और कथित प्रभावशाली लोग लोगों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे हैं - कभी पुलिस को भेजकर बोर्ड हटवाने, कभी पंचायत वालों को दबाव में लेने और कभी लोगों को फोन करके धमकाने का हवाला दिया गया. उन्होंने कहा कि इन सबके बावजूद गोवा के लोग अब "डरने वाले नहीं" हैं और 2027 के विधानसभा चुनाव में बदलाव चाहते हैं.
AAP का कहना है कि सिग्नेचर सौंपने का मकसद केवल सड़कों की मरम्मत की मांग उठाना है और यह पूछना कि सड़कें बनें - क्या यह गलत है. आतिशी ने बीजेपी और स्थानीय नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए कहा कि गोवा में अब बदलाव की लहर है और AAP को जनसमर्थन मिल रहा है.
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