अहमदाबाद से चंडीगढ़ जा रही फ्लाइट से पक्षी टकरा गया. इसके बाद फ्लाइट को डायवर्ट किया गया. DGCA के मुताबिक, Go First की फ्लाइट ने 4 अगस्त को अहमदाबाद से चंडीगढ़ के लिए उड़ान भरी थी. इसमें पक्षी टकराने के बाद इसे अहमदाबाद डायवर्ट किया गया.
जून में हुई थीं दो घटनाएं
इससे पहले जून में भी पटना से दिल्ली और दिल्ली से गुवाहाटी जा रहे विमान विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई थी. इन दोनों विमानों में पक्षी के टकराने से तकनीकी समस्या आ गई थी. उड़ान के कुछ देर ही बाद ही विमानों को लैंड कराना पड़ा. एक विमान के इंजन में तो आग भी लग गई थी.
पहली घटना पटना से दिल्ली जा रहे विमान में हुई थी. ये स्पाइसजेट का विमान था. दोपहर में इसने पटना से उड़ान भरी और कुछ ही देर बाद इसके इंजन में आग लग गई. पक्षी के टकराने की वजह से इंजन में आग लग गई थी. इसके बाद विमान की पटना एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. विमान में 185 यात्री सवार थे. गनीमत रही कि किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ.
दूसरी घटना दिल्ली से गुवाहाटी जा रहे विमान में हुई. ये इंडिंगो की फ्लाइट थी. ये फ्लाइट 1600 फीट की ऊंचाई पर था, तभी इसके इंजन से एक पक्षी टकरा गया. इसके बाद विमान को दिल्ली एयरपोर्ट पर वापस बुलाया गया.
कब होती हैं पक्षी के टकराने की घटना
पक्षी के टकराने की घटनाएं आमतौर पर तब सामने आती हैं, जब विमान कम ऊंचाई पर उड़ता है. लैंडिंग और टेकऑफ के समय ये घटनाएं ज्यादा सामने आतीं हैं. आमतौर पर पक्षी के टकराने की ज्यादातर घटनाएं खतरनाक नहीं होतीं हैं, लेकिन कई बार पक्षी के टकराने से स्थिति बिगड़ जाती है और विमान को तुरंत लैंड कराने की जरूरत पड़ जाती है.
- इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) के एक सर्वे के मुताबिक, हर दिन विमान से पक्षियों के टकराने की औसतन 34 घटनाएं सामने आतीं हैं. इससे सालाना 1 अरब डॉलर (करीब 7,800 करोड़ रुपये) का नुकसान होता है. इस सर्वे में ये भी सामने आया था कि लगभग 92 फीसदी घटनाओं में कोई नुकसान नहीं होता है.
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