पंजाब से दिल्ली कूच कर रहे किसानों के जत्थे को हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने रोक रखा है. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने आज 'भारत बंद' बुलाया है. इस देशव्यापी बंद में देश की सभी किसान यूनियनों के साथ ट्रक और ट्रेड यूनियन भी किसानों का समर्थन कर रही हैं. पंजाब से लेकर हरियाणा और दिल्ली से लेकर यूपी तक हाईअलर्ट जारी किया गया है. हालांकि, इस बंद को टालने के लिए केंद्र सरकार ने किसान संगठनों से गुरुवार शाम बातचीत की, जो देर रात 1.30 बजे तक चली. लेकिन वह बेनतीजा रही. इस बीच दिल्ली के सभी बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं.
किसान नेता रोहित बैसोया ने कहा कि किसानों को अधिग्रहण भूमि के एवज में मिलने वाले 10% आवासीय भूखंड जान-बूझकर नहीं दिए जा रहे हैं. प्राधिकरण के अधिकारी किसानों की समस्याओं को उलझा रखा है इसीलिए किसानों ने अब तय किया है कि अब की बार आर-पार करके ही छोड़ेंगे. वही किसान नेता कृष्ण ने कहा कि शुक्रवार को भारत बंद के ऐलान के बाद ग्रेटर नोएडा के किसानों ने भी जुलूस पैदल मार्च निकालकर आंदोलन को अपना समर्थन दिया. प्रदर्शन के लिए किसान व महिलाएं भारी संख्या में इकट्ठा हुए और उसके बाद अल्फा वन गोल चक्कर से परी चौक तक पैदल मार्च निकाला. किसानों का कहना है कि जब तक प्राधिकरण किसानों की सभी मांगों को पूरा नहीं करता तब तक उनका यह धरना लगातार जारी रहेगा.
किसानों ने ग्रेटर नोएडा में भारी संख्या में इकट्ठे होकर एक जुलूस निकाल कर पैदल मार्च कर भारत बंद आंदोलन को समर्थन दिया. ग्रेटर नोएडा में भारी संख्या में किसान व महिलाओं ने पैदल मार्च जुलूस में हिस्सा लिया. इस दौरान परी चौक पर भारी जाम लग गया. किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि पूरे देश में किसानों के मुद्दे पर चर्चा हो रही है इसीलिए किसान सभा के द्वारा बीते 8 फरवरी को जबरदस्त आंदोलन किया गया था. जिसके परिणाम में किसानों के मुद्दे पर उच्च स्तरीय शासन की कमेटी बनाने का 18 फरवरी तक आश्वासन दिया गया है.
आज भारत बंद को लेकर ग्रेटर नोएडा में किसानों ने पैदल मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया. भारी संख्या में किसान इकट्ठे हुए . किसानों में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ काफी आक्रोश दिखाई दिया वहीं भारत बंद का समर्थन करते हुए प्रदर्शन में महिलाएं और किसान भारी संख्या में शामिल रहे. किसानो ने अल्फा वन गोल चक्कर से परी चौक तक पैदल मार्च निकाला. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए बाहरी पुलिस बल मौके पर तैनात रही.
शंभू बॉर्डर पर रोके गए प्रदर्शनकारी किसान आज खेतों में उतर गए. जिसके बाद हरियाणा पुलिस ने एक बार फिर उन पर आंसू गैस के गोले दागे. इसके अलावा किसान धीरे-धीरे आगे बढ़ने की कोशिश भी कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल पुलिस ने सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर उन्हें शंभू बॉर्डर पर ही रोक रखा है. पुलिस रुक-रुककर उन पर आंसू गैस के गोले छोड़ रही है.
(रिपोर्ट: अरविंद ओझा)
हरियाणा सरकार ने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट को बताया है कि उनके पास इनपुट्स हैं कि किसान दिल्ली जाकर संसद का घेराव कर सकते हैं. वे दिल्ली में बैठ सकते हैं. हरियाणा सरकार ने कोर्ट से कहा कि अगर किसानों को आगे जाने दिया तो वो दिल्ली में डेरा डालेंगे. इससे लोगों को दिक्कत होगी. बता दें कि पंजाब से दिल्ली कूच करने वाले किसानों को हरियाणा-पंजाब की शंभू बॉर्डर पर रोक लिया गया है. वहां पुलिस और सुरक्षाबलों ने किसानों के ऊपर आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं. बैरिकेड्स लगाकर किसानों को आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा है.
किसान आंदोलन के बीच आज देशभर में किसानों ने बंद बुलाया है. इस बीच बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और RJD नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने कहा है कि पीएम मोदी प्रियंका चोपड़ा और दूसरे फिल्मी सितारों से जरूर मिलेंगे. लेकिन किसानों से मुलाकात नहीं करते हैं. उन्होंने MSP का समर्थन करते हुए कहा कि किसानों के लिए इससे कम कुछ भी नहीं होना चाहिए.
किसानों के भारत बंद के चलते कपूरथला में लगभग सभी बाजार बंद नजर आ रहे हैं. पंजाब के जालंधर में भारत बंद का मिला जुला असर दिख रहा है. कई बाजार रोज की तरह खुले हैं तो वहीं कुछ पूरी तरह से बंद हैं. सड़कों पर भी यातायात की रफ्तार नहीं थमी है. इस बीच किसानों ने हाईवे बंद करने की बात कही है.
किसान संगठनों के भारत बंद के बीच दिल्ली की सीमाओं पर जाम ही जाम नजर आ रहा है. इस दौरान गाजीपुर बॉर्डर पर भी कई किलोमीटर तक गाड़ियों की लाइनें देखी गई हैं. बड़े-बड़े वाहनों समेत कार, ऑटो और बाइकें भी एकदम रेंग-रेंगकर चलती नजर आ रही हैं.
(रिपोर्ट: राम किंकर)
आज ज्यादा से ज्यादा लोगों से मेट्रो का इस्तेमाल करने की अपील की गई है. आज ग्रेटर नोएडा तथा गौतमबुद्धनगर से दिल्ली सीमा लगने वाले सभी बॉर्डरों पर बैरियर लगाकर दिल्ली पुलिस और गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा सघन चैकिंग की जाएगी. जिस कारण दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ सकता है. इस स्थिति में कुछ रूट्स में बदलाव देखा जा सकता है.
संयुक्त किसान और किसान मजदूर मोर्चा के भारत बंद का असर देशभर में देखा जा सकता है और दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा प्रभाव पड़ सकता है. इसके चलते पुलिस ने अपनी कम कस ली है. नोएडा में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है, जबकि दिल्ली में पहले से ही लागू है. इसके अलावा नोएडा पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी कर दी है. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के बीच बैठक खत्म होने के बाद किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि आंदोलन शांतिपूर्वक ढंग से जारी रहेगा. हम कोई छेड़छाड़ नहीं करेंगे, हमारी तरफ से कुछ नहीं किया जाएगा. ये हम किसानों से भी अपील करेंगे. उन्होंने (सरकार) ने बैठक बुलाई है. हम तब तक इंतजार करेंगे. रविवार को अगर हमें कोई सकारात्मक नतीजा नहीं मिला तो हम अपना जारी रखेंगे.
MSP की गारंटी समेत किसानों की कुल 13 मांगें हैं, किसानों का कहना है कि सरकार अपना वादा पूरी नहीं कर रही है और इसके लिए अब संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में देशभर के किसान भारत बंद कर रहे हैं. जिस तरह से पंजाब और हरियाणा बॉर्डर पर तनावपूर्ण माहौल है, उसे देखते हुए 16 फरवरी को भारत बंद के लिए बड़ा अलर्ट जारी हुआ है. ऐसे में दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर पैरामिलिट्री फोर्स और दिल्ली पुलिस के जवानों ने रिहर्सल की है.
- 16 फरवरी को सब्जियों और अन्य फसलों की आपूर्ति, खरीद और बिक्री निलंबित रहेगी.
- सब्जी मंडियों, अनाज मंडियों, सरकारी और गैर सरकारी दफ्तरों, ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी संस्थानों और निजी प्रतिष्ठानों को बंद रखा जाएगा.
- शहरों की दुकानों और प्रतिष्ठानों को भी बंद रखा जाएगा.
- प्राइवेट और सरकारी गाड़ियां भी नहीं चलेंगी. सिर्फ एंबुलेंस, शव वाहन, शादी के लिए जा रही गाड़ियों, अस्पतालों, अखबार वाली गाड़ियों, परीक्षा देने जाने वाले स्टूडेंट्स की गाड़ियों और अन्य इमरजेंसी सेवाओं के लिए ही रास्ता खोला जाएगा.
- पंजाब के निजी बस उद्योग ने पंजाब के किसान संगठन के भारत बंद के आह्वान का समर्थन करते हुए घोषणा की है कि पंजाब में 16 फरवरी को सभी निजी बसें बंद रहेंगी.