सुप्रीम कोर्ट कहे तो 26 जनवरी को नहीं निकालेंगे ट्रैक्टर रैली: किसान नेता राकेश टिकैत

किसान संगठनों ने इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया है. हालांकि, राकेश टिकैत का कहना है कि अगर सुप्रीम कोर्ट इससे इनकार करेगा तो वो इसे रद्द कर देंगे.

Advertisement
किसान नेता राकेश टिकैत (PTI) किसान नेता राकेश टिकैत (PTI)

अशोक सिंघल / पॉलोमी साहा

  • नई दिल्ली,
  • 15 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 12:48 PM IST
  • किसानों और सरकार में आज फिर बातचीत
  • टिकैत बोले- SC के कहने पर रद्द करेंगे ट्रैक्टर रैली

किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच शुक्रवार को एक और दौर की बातचीत हो रही है. कृषि कानून को वापस लेने की मांग पर किसान अड़े हुए हैं और 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया है. हालांकि, किसान नेता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट उन्हें रैली निकालने से मना करेगा तो वो इसे रद्द कर देंगे.

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आजतक से बात करते हुए कहा कि कृषि कानून सरकार ने बनाए हैं, इसलिए वो सरकार से ही बातचीत को जारी रख रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है लेकिन जो कमेटी बनाई गई है, उसमें कानून को समर्थन करने वाले ही लोग हैं.

राकेश टिकैत बोले कि अभी हमारे आंदोलन को सिर्फ 51 दिन ही हुए हैं, ऐसे में जबतक किसानों की मांग नहीं मानी जाएगी ये जारी रहेगा. राकेश टिकैत बोले कि इस बार की गणतंत्र दिवस की परेड ऐतिहासिक होगी, जहां एक ओर से जवान चलेगा और दूसरी ओर से किसान चलेगा.

Advertisement

किसान संगठनों के ग्रुप में शामिल किसान नेता अभिमन्यु का कहना है कि जब तक तीनों कानून रद्द नहीं होते हैं और एमएसपी गारंटी कानून नहीं बनता है, तबतक हमारा आंदोलन जारी रहेगा. जहां तक सुप्रीम की कमेटी का मामला है, उसमें तो वही लोग सदस्य बनाए गए हैं जो इन कानूनों के समर्थन करते रहे हैं.

देखें: आजतक LIVE TV

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित चार सदस्यों वाली कमेटी का किसानों ने विरोध किया था, आरोप था कि कमेटी के सभी सदस्य पूर्व में कृषि कानूनों का समर्थन कर चुके हैं. इसी विरोध के बाद कमेटी के सदस्य भूपिंदर सिंह मान इससे अलग हो गए थे.

किसान संगठनों ने पहले ही 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया हुआ है. किसान संगठनों का कहना है कि वो दिल्ली की सीमाओं से लाल किले तक रैली निकालेंगे, सेना की परेड भी लाल किले पर खत्म होती है ऐसे में वहां किसान-जवान का मिलन होगा. 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement