दिसंबर की शुरुआत होते ही दिल्ली पर सर्दी और प्रदूषण ने एक साथ हमला बोल दिया है. तापमान में भारी गिरावट के साथ हवा की रफ्तार कम होने से आसमान में फिर से धंधु की मोटी चादर छाई हुई है. आज सुबह RK पुरम लगातार दूसरे दिन दिल्ली का सबसे प्रदूषित इलाका रहा, जहां AQI 335 तक पहुंच गया.
CPCB के अनुसार, दिल्ली का औसत AQI अभी ‘बेहद खराब’ (Very Poor) श्रेणी में बना हुआ है. जिससे औसत स्थिति में सुधार आया है, लेकिन कई इलाकों में हवा अभी-भी खराब श्रेणी में बनी हुई है. CPCB के अनुसार, सुबह 6 बजे तक आनंद विहार का AQI 323, बवाना का 337 और आरके पुरम का 335 दर्ज किया गया.
प्रमुख इलाकों का AQI
आने वाले दिनों में बिगड़ सकती है स्थिति
दिल्ली का औसत AQI अभी ‘बेहद खराब’ (Very Poor) श्रेणी में बना हुआ है. सर्दी बढ़ने और हवा रुकने से आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ने की आशंका है.
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 4-5 दिनों तक हवा की गति बहुत कम रहेगी, जिससे प्रदूषक तत्व हवा में फंसकर रह जाएंगे. पराली जलाने का प्रभाव भले ही कम हो गया हो, लेकिन वाहनों का धुआं, निर्माण कार्यों की धूल और सर्दियों में जलने वाला कचरा अब प्रदूषण का मुख्य स्रोत बन रहा है.
AQI में ऐतिहासिक सुधार
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने रविवार को कहा कि दिल्ली में 2020 के कोविड लॉकडाउन वर्ष को छोड़कर, 2018 के बाद से जनवरी-नवंबर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सबसे कम दर्ज किया गया.
इस साल पार नहीं हुआ 450 का आंकड़ा
CAQM ने एक बयान में कहा कि इस वर्ष इस अवधि के लिए औसत एक्यूआई 187 था, जबकि 2024 में यह 201, 2023 में 190, 2022 में 199, 2021 में 197, 2020 में 172, 2019 में 203 और 2018 में 213 था. बयान में कहा गया है कि इस वर्ष अब तक एक भी दिन 450 का आंकड़ा पार नहीं हुआ है.
इस साल जनवरी से नवंबर के बीच केवल तीन दिन ही दैनिक औसत AQI 400 (गंभीर श्रेणी) से ऊपर गया. 2024 में ऐसे 11 दिन, 2023 में 12, 2022 में चार, 2021 में 17, 2020 में 11, 2019 में 16 और 2018 में 12 दिन थे.
2020 को छोड़कर, 2018 के बाद से इसी अवधि के लिए पीएम10 का स्तर भी सबसे कम था. इस वर्ष औसत 183 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जबकि 2024 में 205, 2023 में 193, 2022 में 202, 2021 में 200, 2020 में 167, 2019 में 210 और 2018 में 228 था.
CAQM ने कहा कि वह दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में और सुधार लाने के लिए अपने प्रयासों को तेज करेगा. आयोग सभी एजेंसियों के साथ मिलकर प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए उपाय लागू कर रहा है.
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