दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में अगले तीन घंटों के दौरान मध्यम से लेकर गंभीर तूफान, बिजली कड़कने और तेज हवाओं के चलने की संभावना है. मौसम विभाग ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने अगले दो घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. तेज हवाओं की वजह से दिल्ली में कई जगहों पर पेड़ गिर गए. उजवा में सबसे ज्यादा हवा की रफ्तार रिकॉर्ड हुई. यहां हवा की स्पीड 84 किमी प्रति घंटा थी.
भारतीय मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में धूल भरी आंधी चलने का अनुमान है. साथ ही गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है. 40 से 60 किमी प्रति धंटा तेज हवाएं चल सकती हैं. हालांकि, कुछ जगहों पर यह स्पीड 80 किमी प्रति घंटा भी पहुंच सकती है.
मौसम विभाग के द्वारा पहले दो घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था. हालांकि, अब रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है.
आंधी की वजह से गिरे पेड़
आंधी की वजह से कई जगहों पर पेड़ गिर गए हैं. समाचार एजेंसी एएनआई ने दिल्ली गेट का वीडियो शेयर किया है. जिसमें नजर आ रहा है कि एक पेड़ की टहनी बाइक पर गिर गई है. आसपास खड़े लोग हाथों की मदद से टहनी को हटाने में जुट गए.
समाचार एजेंसी एएनआई ने मंडी हाउस का भी एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें दिख रहा है कि विशालकाय पेड़ गिर गया है. जिससे यातायात थोड़ी बहुत बाधित हो गई.
दिल्ली के लोधी रोड से भी वीडियो आया है. जिसमें दिख रहा है कि पेड़ तेज हवाओं की वजह से लहरा रहे हैं. पैदल चल रहे यात्रियों को चलने में दिक्कत हो रही है. तेज हवाओं की वजह से सड़क धूल से भर गया.
दिल्ली में आंधी का कहर
दिल्ली में शुक्रवार शाम को आंधी का कहर देखने को मिला. उजवा में सबसे ज्यादा हवा की रफ्तार रिकॉर्ड हुई. यहां हवा की स्पीड 84 किमी प्रति घंटा थी. IGI एयरपोर्ट पर हवा की रफ्तार 74 किमी प्रति घंटा रही. प्रगति मैदान में 70 किमी प्रति घंटा तक तेज हवाएं चलीं.
क्या प्रभाव हो सकते हैं?
तेज हवाओं और ओलावृष्टि की वजह से फसलों, बागवानी, और खड़ी फसलों को नुकसान पहुंच सकता है. ओले खुले स्थानों पर लोगों और जानवरों को चोट पहुंचा सकते हैं . कच्चे मकान, दीवारें और झोपड़ियों को नुकसान पहुंच सकता है. ढीली चीज़ें उड़ सकती हैं.
खुद के बचाव के लिए क्या करें?
आंधी और बारिश से बचने के लिए घर के अंदर रहें. किसी भी तरह के यात्रा को टालें. घर के खिड़की और दरवाजे बंद करके रखें. पेड़ों के नीचे न रुकें. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अनप्लग कर दें. पानी के किसी भी स्रोत से तुरंत ही बाहर निकलें.
यह खबर शुरुआती सूचनाओं के साथ प्रकाशित की गई है. जल्द नए अपडेट्स जोड़े जाएंगे.
कुमार कुणाल