दिल्ली की विवादित शराब नीति को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ा दावा किया है. ईडी ने कहा है कि दिल्ली की आबकारी नीति सार्वजनिक होने से पहले कुछ शराब निर्माताओं को लीक कर दी गई थी. इतना ही नहीं ईडी का दावा है कि जांच में पता चला है कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत करीब 34 VIP लोगों ने डिजिटल सबूत मिटाने के लिए करीब 140 मोबाइल फोन बदले. ईडी का दावा है कि इस मामले में 100 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, ईडी ने दिल्ली शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में गुरुवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. ईडी ने गिरफ्तार फ्रांस की शराब कंपनी पर्नोड रिकार्ड के दिल्ली क्षेत्रीय प्रमुख बिनॉय बाबू और अरबिंदो फार्मा लिमिटेड के निदेशक पी सरथ चंद्र रेड्डी को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया. वहीं, अरबिंदो फार्मा लिमिटेड ने शेयर बाजार को भेजे एक नोट में कहा कि रेड्डी किसी भी तरह से कंपनी या उसकी सहायक कंपनियों के परिचालन से जुड़े नहीं हैं.
2 महीने पहले ही लीक की गई शराब नीति
ईडी ने कोर्ट में बताया कि इस बात के सबूत हैं कि यह नीति पिछले साल 31 मई को कुछ शराब निर्माताओं के लिए लीक की गई थी. जबकि इसे दो महीने बाद 5 जुलाई, 2021 को सार्वजनिक किया गया. इतना ही नहीं ईडी ने दावा किया कि बिनॉय बाबू ने दिल्ली शराब घोटाले में अहम भूमिका निभाई और शराब कारोबारी समीर महेंद्रू और अन्य के साथ मिलकर अनैतिक तरीकों से निर्माताओं-थोक-खुदरा विक्रेताओं का गठजोड़ बनाया. दिल्ली सरकार-आबकारी विभाग ने रिश्वत के बदले ऐसा करने दिया.
इतना ही नहीं ईडी ने दावा किया कि जांच में पता चला है कि दिल्ली में खुदरा दुकानें खोलने के लिए आबकारी अधिकारियों ने रिश्वत मांगी और ली थी. ईडी ने बताया कि आबकारी घोटाले में शामिल या संदिग्ध 34 VIP लोगों ने डिजिटल सबूत मिटाने के लिए कुल 140 फोन बदले. जांच एजेंसी ने बताया कि इन लोगों में सभी मुख्य आरोपी, शराब कारोबारी, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, दिल्ली के आबकारी मंत्री और अन्य संदिग्ध शामिल हैं. इन लोगों ने घोटाला सामने आने के बाद अपने फोन बदले.
रेड्डी की भूमिका को लेकर ईडी ने दावा किया कि वह कथित शराब घोटाले का सरगना और प्रमुख लाभार्थियों में से एक है. ईडी ने आरोप लगाया कि इस गठजोड और रेड्डी ने इस मामले में सीबीआई द्वारा पूर्व में गिरफ्तार किए गए व्यवसायी विजय नायर के माध्यम से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी. ईडी ने आरोप लगाया कि रेड्डी ने योजना बनाई और विभिन्न कारोबारियों, नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची और दिल्ली की आबकारी नीति में अनुचित लाभ हासिल करने के लिए अनुचित कदम उठाए.
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