इजरायली रक्षा मंत्रालय के डीजी इंडिया में क्या कर रहे हैं? CDS अनिल चौहान से की मुलाकात

इजरायल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल (रिटायर्ड) इयाल जमीर और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की दिशा में काम करने सहित दोनों देशों (भारत-इजरायल) के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा की.

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इजरायल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक ने CDS जनरल अनिल चौहान (फोटो- X/@HQ_IDS_India) इजरायल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक ने CDS जनरल अनिल चौहान (फोटो- X/@HQ_IDS_India)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 10:00 AM IST

इजरायल (Israel) के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल (रिटायर्ड) इयाल जमीर और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की दिशा में काम करने सहित दोनों देशों (भारत-इजरायल) के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा की. एजेंसी के मुताबिक, यह जानकारी  हेडक्वाटर्स इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ ने मंगलवार को दी.

इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ HQ ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "इजरायल रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल (रिटायर्ड) इयाल जमीर ने भारत के CDS जनरल अनिल चौहान से मुलाकात की. क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की दिशा में काम करने सहित भारत और इजरायल के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई. यह मीटिंग दोनों देशों के बीच डिफेंस कोऑपरेशन समझौते पर आधारित है."

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पोस्ट में दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच मीटिंग की तस्वीर भी शेयर की गईं.

भारत-इजरायल रक्षा संबंध

इजरायल, भारत का चौथा सबसे बड़ा रक्षा सहयोगी है. इजरायल के साथ भारत के रक्षा संबंध औपचारिक संबंधों की स्थापना से पहले से चले आ रहे हैं. 1971 और 1999 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान इजरायल ने भारत को हथियार, गोला-बारूद और खुफिया जानकारी दी थी. दोनों देशों ने रक्षा के अलावा खुफिया, कृषि और विज्ञान आदि क्षेत्रों में सहयोग किया था.

भारत अब इजरायली हथियारों के सबसे बड़े खरीददारों में से एक है. आंकड़े हर साल बदलते रहते हैं लेकिन 2017 में इजरायल भारत का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता था और तब से शीर्ष निर्यातकों में से एक रहा है. 

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भारत ने इजरायल में बने चार हेरोन मार्क-2 ड्रोन को पट्टे पर लिया है. ये ड्रोन भारत की सीमाओं पर गश्ती करते हैं. इजरायल के ये ड्रोन जरूरत पड़ने पर हथियार भी ले जा सकते हैं. घुसपैठ का पता लगाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अन्य इजरायली उपकरणों में हैंडहेल्ड थर्मल इमेजिंग डिवाइस और नाइट विजन उपकरण शामिल हैं.

इसके अलावा एक इजरायली कंपनी एल्बिट सिस्टम्स ने आर्टिलरी गन, जंग के सामान और मोर्टार सिस्टम बनाने के लिए पुणे स्थित भारत फोर्ज के साथ समझौता किया है. भारत और इजरायल ने मिलकर बराक-8 वायु और मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी विकसित किया है.

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