'500 रुपये का नोट बंद किया जाए, तभी खत्म होगा भ्रष्टाचार', बोले CM चंद्रबाबू नायडू

नायडू ने कहा, 'सभी बड़ी मुद्राएं खत्म कर देनी चाहिए. तभी भ्रष्टाचार मिटाया जा सकता है.' उन्होंने यह भी कहा कि 100 और 200 रुपये से नीचे के नोट ही चलन में रहने चाहिए, 500 रुपये के नोट की भी जरूरत नहीं है.'

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चंद्रबाबू नायडू (File Photo) चंद्रबाबू नायडू (File Photo)

aajtak.in

  • अमरावती,
  • 09 जून 2025,
  • अपडेटेड 4:56 AM IST

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए बड़ी करंसी नोटों को बंद करने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि 500 रुपये के नोट तक को बंद किया जाना चाहिए. आजतक को दिए एक इंटरव्यू में नायडू ने कहा, 'सभी बड़ी मुद्राएं खत्म कर देनी चाहिए. तभी भ्रष्टाचार मिटाया जा सकता है.' उन्होंने यह भी कहा कि 100 और 200 रुपये से नीचे के नोट ही चलन में रहने चाहिए, 500 रुपये के नोट की भी जरूरत नहीं है.'

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फ्रीबीज कल्चर पर क्या बोले नायडू?

मुफ्त योजनाओं (फ्रीबीज कल्चर) पर पूछे गए सवाल के जवाब में नायडू ने कहा कि 'फ्रीबीज शब्द सही नहीं है. पहले ज्यादा कल्याणकारी योजनाएं नहीं थीं. लेकिन एनटीआर (पूर्व मुख्यमंत्री एन.टी. रामाराव) ने कई लाभकारी योजनाएं शुरू कीं. आज देश में संपत्ति तो बन रही है लेकिन अमीर-गरीब के बीच की खाई भी बढ़ रही है.' नायडू ने कहा कि 'कल्याणकारी योजनाएं सार्थक होनी चाहिए और इनकी डिलीवरी प्रभावी तरीके से होनी चाहिए.'

'जातिगत और स्किल दोनों तरह की जनगणना जरूरी'

नायडू ने जातिगत जनगणना और स्किल जनगणना दोनों का समर्थन किया. उन्होंने कहा, 'हर नागरिक के लिए एक साथ जातिगत, कौशल आधारित और आर्थिक जनगणना की जानी चाहिए। आज के दौर में डेटा बहुत ताकतवर हो गया है. इससे पब्लिक पॉलिसी को बेहतर तरीके से लागू किया जा सकता है.' केंद्र सरकार ने हाल ही में देशव्यापी जातिगत जनगणना को मंजूरी दी है. अब तक बिहार, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में ऐसी जनगणना हो चुकी है.

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'हिंदी सीखने में बुराई क्या?'

नायडू ने पहले एक इंटरव्यू में हिंदी को राष्ट्रभाषा के तौर पर समर्थन दिया था. इस बार भी उन्होंने अपनी उसी राय को दोहराया. उन्होंने कहा, 'स्थानीय भाषा, मातृभाषा जरूरी है, इनमें कोई समझौता नहीं हो सकता- चाहे तमिल हो, तेलुगु हो या कन्नड़. लेकिन हिंदी भी क्यों नहीं सीख सकते ताकि उत्तर भारतीयों से संवाद कर सकें? राष्ट्रीय स्तर पर इसे मान्यता देने में कोई बुराई नहीं है.'

'ग्लोबल शहर बनेंगे अमरावती और हैदराबाद'

नायडू के विरोधी उन पर अमरावती ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के नाम पर जमीन घोटाले के आरोप लगाते हैं. इस पर उन्होंने कहा, 'दूरदर्शी लोग हमेशा अलग सोचते हैं. जब मैंने हैदराबाद प्रोजेक्ट शुरू किया था, तब भी विरोधी मुझ पर सवाल उठा रहे थे. लेकिन कुछ महीनों में मैंने हैदराबाद में पानी पहुंचाया, कंपनियों को बुलाया.' उन्होंने कहा, 'मैं गर्व से कहता हूं, हैदराबाद और अमरावती भविष्य में भारत के नंबर 1 और नंबर 2 ही नहीं, बल्कि वैश्विक शहर बनेंगे.'

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