'यह परमात्मा की मर्जी थी...,' CJI पर जूता उछालने की कोशिश पर सस्पेंड वकील ने क्या-क्या कहा?

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राकेश किशोर ने सोमवार को मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी. बाद में उन्होंने कहा कि उन्हें कोई पछतावा नहीं है और यह उनकी "भावनात्मक प्रतिक्रिया" थी. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को "घृणित और देश का अपमान" बताते हुए न्यायपालिका की गरिमा की सराहना की.

Advertisement
सुप्रीम कोर्ट में वकील ने सीजेआई पर जूता उछालने की कोशिश की थी. (Photo- Screengrab) सुप्रीम कोर्ट में वकील ने सीजेआई पर जूता उछालने की कोशिश की थी. (Photo- Screengrab)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 1:39 PM IST

सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को एक अभूतपूर्व घटना हुई, जब वरिष्ठ वकील राकेश किशोर ने अदालत की कार्यवाही के दौरान मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की. हालांकि, सुरक्षा कर्मियों ने समय रहते हस्तक्षेप कर उन्हें रोक लिया और अदालत से बाहर ले गए. अब आजतक से बातचीत में राकेश किशोर का कहना है कि उन्हें कोई पछतावा नहीं है.

Advertisement

घटना पर बातचीत में वकील राकेश किशोर ने कहा कि उन्हें अपने इस कदम पर कोई पछतावा नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि सीजेआई ने सनातन धर्म से जुड़े एक मामले में "मजाक उड़ाने वाली टिप्पणी" की थी.

यह भी पढ़ें: CJI बी आर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर का लाइसेंस रद्द, कहीं भी नहीं कर पाएंगे वकालत

उन्होंने कहा, "16 सितंबर को सीजेआई की अदालत में एक जनहित याचिका पर सुनवाई हुई थी. सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा, "जाओ, मूर्ति से कहो कि वो अपना सिर खुद वापस लगा ले." जब नूपुर शर्मा का मामला आया तो अदालत ने कहा कि उसने माहौल खराब किया लेकिन जब सनातन धर्म से जुड़ा मामला आता है, तो अदालत ऐसे आदेश पारित करती है."

'राहत नहीं देनी तो मत दो, लेकिन मजाक मत उड़ाओ'

Advertisement

राकेश किशोर ने आगे कहा, "अगर राहत नहीं देनी है तो मत दो, लेकिन मजाक मत उड़ाओ. मुझे ठेस पहुंची. मैं नशे में नहीं था. यह मेरी प्रतिक्रिया थी उनके व्यवहार पर. मैं डरा नहीं हूं और मुझे इस पर कोई पछतावा नहीं है." घटना के बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने वकील राकेश किशोर का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और इसे "कानूनी बिरादरी पर धब्बा" बताया.

यह भी पढ़ें: 'सिर्फ मेरा नहीं, जस्टिस विश्वनाथन का भी बड़ा योगदान...', बुलडोजर जजमेंट पर बोले CJI गवई

सीजेआई पर हमले की पीएम मोदी ने की आलोचना

हालांकि, CJI गवई ने पूरे संयम और शालीनता का परिचय दिया. चश्मदीदों के मुताबिक, उन्होंने कहा, "इन बातों से ध्यान मत भटकाइए. इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. सुनवाई जारी रखिए." इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि सुप्रीम कोर्ट परिसर में हुआ यह हमला "हर भारतीय को क्रोधित करने वाला" है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement