झारखंड में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच अब प्रदेश को नया सीएम मिल चुका है. लगातार जारी संशय के बीच JMM के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने सीएम पद की शपथ ली है. पार्टी का राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन है. अब इसी के साथ सामने आया है कि, कैबिनेट ने बहुमत हासिल करने के लिए 5 और 6 फरवरी को विधानसभा सत्र बुलाया है. इस सत्र में सरकार विश्वास और बहुमत का प्रदर्शन करेगी. राजीव रंजन एडवोकेट जनरल बने रहेंगे. इसके साथ ही 9 फरवरी से 29 फरवरी तक चलने वाला बजट सत्र रद्द कर दिया गया है. झारखंड सरकार अभी बजट का ऐलान नहीं करने जा रही है.
सोमवार को फ्लोर टेस्ट
झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने शुक्रवार को नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. उन्हें यहां राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पद की शपथ दिलाई. चंपई सोरेन के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और राजद नेता सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री के रूप में शपथ ली है. शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित किया गया. इस मौके पर झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे. शपथ ग्रहण के बाद झामुमो के विधायक चार्टर्ड प्लेन से हैदराबाद चले गए हैं. वहां वे दो दिन तक रुकेंगे. सोमवार को फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेंगे.
गठबंधन के विधायकों को हैदराबाद भेजा गया
बता दें कि, झारखंड में नई सरकार और नए मुख्यमंत्री की ताजपोशी हो गई है. चंपई सोरेन ने नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. इसके अलावा, कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम और राजद कोटे से सत्यानंद भोक्ता ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सभी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है.
नई सरकार को साबित करना है बहुमत
नई सरकार को 10 दिन में बहुमत साबित करने के लिए कहा गया है. वहीं, सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों को दो दिन के लिए हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है. इन विधायकों को चार्टर्ड प्लेन से भेजा रहा है. इससे पहले चंपई और गठबंधन के नेताओं ने दावा किया था कि वे बुधवार रात 9 बजे राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे और सरकार बनाने का दावा पेश किया था. लेकिन गवर्नर शपथ ग्रहण के लिए समय नहीं दे रहे हैं.
हेमंत सोरेन को ईडी ने किया था गिरफ्तार
झारखंड में नए सीएम की कवायद तब शुरू हुई, जब कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया. हेमंत ने पहले राजभवन जाकर सीएम पद से इस्तीफा दिया, उसके बाद ईडी के गिरफ्तार करने वाले मैमो पर साइन किए. हेमंत के ईडी कस्टडी में जाने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा और गठबंधन में शामिल दलों ने चंपई सोरेन को विधायक दल के नेता के रूप में चुना था. इस बीच, हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट में झटका लगा है.
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