तमिलनाडु के दक्षिण भारतीय शहर कांचीपुरम स्थित वरदराज पेरुमाल मंदिर (Varadaraja Perumal Temple) में धार्मिक जुलूस के दौरान भजन गाने को लेकर दो संप्रदायों के बीच झड़प हो गई. इस दौरान दोनों तरफ से जमकर मारपीट की गई और मामला अदालत की चौखट तक पहुंच गया.बुधवार को वडकलाई और थेनकलाई ब्राह्मणों के बीच सदियों पुराना विवाद मारपीट में बदल गया.
परंपरागत भक्तों का मानना है कि वरदराज पेरुमल ने देवराज के पेरुमल मंदिर का निर्माण किया है. वरदराज पेरुमाल मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित एक हिन्दू मंदिर है जिसे दिव्य देशम कहा जाता है और यहां विष्णु के वह 108 मंदिर हैं जहां 12 आलवार संतों ने तीर्थ करा था. पझाइयासिवरम में परिवेत्तई समारोह के दौरान यह झड़प हुई. मंदिर की मूर्ति को मुथियालपेट्टई, अय्यनपेट्टई, करुक्कुपेट्टई, धिम्मिराजमपेट्टई, कीझाडी ओटिवक्कम, वेंचुरी, वलजाबाद, पुलियांबक्कम और फिर कंदुरुली से होकर ले जाया गया था.
भजन गाने को लेकर हुआ विवाद
इस मंदिर से दो ब्राह्मण संप्रदाय वडकलाई और थेनकलाई जुड़े हुए हैं और दोनों के बीच विवाद सदियों पुराना है. ऐसे आयोजनों के दौरान पवित्र भजन सबसे पहले किसे गाना चाहिए इसे लेकर विवाद हमेशा रहा है और अब मामला अदालत की चौखट तक पहुंच गया है.
बुधवार को जुलूस के दौरान एक बार फिर इस मुद्दे पर विवाद छिड़ गया कि किस संप्रदाय के भजन गाने चाहिए. देखते ही देखते विवाद हाथापाई में बदल गया और दोनों समूहों ने एक-दूसरे पर बेरहमी से हमला कर दिया. औपचारिक रूप से कोई शिकायत नहीं दिए जाने के कारण पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
प्रमोद माधव