तमिलनाडु में कुनबा बढ़ाने की तैयारी में एनडीए, क्या विजय थलपति का मिलेगा साथ?

विजय की पार्टी टीवीके को बीजेपी एक उभरती हुई राजनीतिक ताकत के रूप में देखती है, जो खास तौर पर युवाओं और पहली बार मतदान करने वालों के बीच अपनी पहुंच बढ़ाने और उनका समर्थन हासिल करने की क्षमता रखती है.

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टीवीके नेता विजय टीवीके नेता विजय

अनघा

  • चेन्नई,
  • 28 मई 2025,
  • अपडेटेड 4:34 PM IST

तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए अपना कुनबा मजबूत करने में जुटा है और इस कड़ी में बीजेपी जल्द ही अभिनेता से राजनेता बने विजय थलपति से संपर्क करेगी. बीजेपी की वरिष्ठ नेता और तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने इस बात के संकेत दिए हैं कि एनडीए जल्द इस दिशा में आगे बढ़ेगा.

बीजेपी जल्द शुरू करेगी बात

विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) और बीजेपी के बीच गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए तमिलिसाई ने कहा कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व टीवीके सहित सभी डीएमके विरोधी दलों के साथ बातचीत शुरू करेगा. उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व सही वक्त आने पर समान विचारधारा वाली पार्टियां को एक मंच पर लाने की कोशिश करेगा ताकि डीएमके को हराने के साझा लक्ष्य की ओर आगे बढ़ा जा सके.

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तमिलिसाई सुंदरराजन का यह बयान 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले तमिलनाडु की सियासत में पुनर्गठन की बढ़ती अटकलों के बीच आया है. डीएमके विरोधी मोर्चे की तलाश में जुटी बीजेपी का मानना है कि तमिलनाडु में चुनावी सफलता के लिए सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) का विरोध करने वाले सभी दलों को एकजुट करना जरूरी है.

युवाओं के बीच पहुंच बढ़ाने की कवायद

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, टीवीके को बीजेपी एक उभरती हुई राजनीतिक ताकत के रूप में देखती है, जो खास तौर पर युवाओं और पहली बार मतदान करने वालों के बीच अपनी पहुंच बढ़ाने और उनका समर्थन हासिल करने की क्षमता रखती है. बीजेपी नेताओं का मानना है कि एनडीए के साथ गठबंधन से टीवीके की चुनावी प्रभाव डालने की संभावनाएं काफी बढ़ जाएंगी.

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टीवीके के संस्थापक विजय ने हाल ही में बीजेपी को 'वैचारिक दुश्मन' जबकि डीएमके को 'राजनीतिक दुश्मन' करार दिया था. इसके बावजूद, बीजेपी को उम्मीद है कि सत्तारूढ़ डीएमके को हराने का उनका साझा मकसद गठबंधन के नए रास्ते खोल सकता है. इसी कोशिश में बीजेपी अपनी पुरानी सहयोगी पार्टी AIADMK को अपने साथ लेकर आई है, क्योंकि चुनाव में एनडीए के लिए तमिल पार्टी का साथ जरूरी है.

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