बेंगलुरु में हुई 7 करोड़ रुपए की सनसनीखेज लूट की जांच में नए और अहम खुलासे सामने आए हैं. पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है. CCTV फुटेज को पहले गिरफ्तार एक संदिग्ध की तस्वीरों से मिलान करने पर ये पहचान संभव हुई. जांचकर्ताओं का मानना है कि यही गैंग पहले की ATM लूट की वारदातों में भी शामिल हो सकता है और इस दिशा में और जानकारी जुटाई जा रही है.
जांच में सामने आए ये अहम पॉइंट्स:
वारदात से दो दिन पहले आरोपी डेयरी सर्कल फ्लाईओवर के पास रेकी करते दिखे.
CCTV फुटेज में संदिग्ध वारदात से पहले एक बार में शराब पीते दिखाई दिए.
सिध्दापुरा पुलिस ने लगातार CCTV चेक कर आरोपियों की मूवमेंट ट्रेस की.
17 नवंबर को आरोपी बार इलाके और डेयरी सर्कल फ्लाईओवर के आसपास एक्टिव दिखे.
कैसे की रेकी और फिर लूट
सीसीटीवी फुटेज से ऐसा लग रहा है कि ये गैंग बाइक से आया, पास की दुकान पर चाय पी, और CCTV से बचते हुए इलाके में घूमता रहा. सीसीटीवी में चेहरे साफ होने के बाद पूरे शहर में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहा है. बेंगलुरु पुलिस की सभी डिवीज़न और CCB टीमें मिलकर आरोपियों की खोज कर रही हैं. जांच टीमें शहर के हर कोने से CCTV फुटेज खंगाल रही हैं, जिससे सर्च ऑपरेशन और तेज हो गया है.
कैसे हुई वारदात
बेंगलुरु में करोड़ों रुपये की एक बड़ी लूट ने हलचल मचा दी है. जयनगर के अशोक स्तंभ के पास दिनदहाड़े हुई ये वारदात तब हुई जब CMS की कैश वैन ATM के लिए पैसे लेकर जा रही थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक जेपी नगर स्थित HDFC बैंक शाखा से कैश लेकर निकल रही CMS वैन को एक इनोवा कार (KA 03 NC 8052) ने बीच रास्ते में रोक लिया. कार में मौजूद लोगों ने खुद को केंद्रीय सरकारी टैक्स विभाग के अधिकारी बताया और कहा कि उन्हें दस्तावेजों और कैश की जांच करनी है.
इसके बाद संदिग्धों ने CMS कर्मचारियों को कैश बॉक्स सहित अपनी इनोवा में बैठा लिया. कुछ दूरी तक ले जाने के बाद वे डेयरी सर्कल फ्लाइओवर के पास कर्मचारियों को उतारकर फरार हो गए. पूरा गैंग कैश लेकर ग़ायब है और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है.
सगाय राज