ट्यूशन से लौटते वक्त मासूम को अगवा किया, कत्ल कर जंगल में जलाया शव... अब मुठभेड़ में पकड़े गए आरोपी

बेंगलुरु में 13 साल के बच्चे का अपहरण और हत्या के मामले ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है. बच्चा ट्यूशन से लौटते समय लापता हो गया था, जिसके बाद उसका जला हुआ शव अगले दिन जंगल में मिला. पुलिस ने इस केस में दो आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है. दोनों को पैर में गोली लगी है. एक आरोपी पीड़ित परिवार के यहां ड्राइवर के तौर पर काम करता था.

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नाबालिग बच्चे की अपहरण के बाद हत्या. (File Photo: ITG) नाबालिग बच्चे की अपहरण के बाद हत्या. (File Photo: ITG)

सगाय राज

  • बेंगलुरु,
  • 01 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 9:51 AM IST

बेंगलुरु के हुलीमावु इलाके में बीते दिनों बेहद दर्दनाक वारदात सामने आई थी. यहां 13 साल के छात्र निश्चिथ का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों को मुठभेड़ के बाद अरेस्ट किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गुरुमूर्ति और गोपालकृष्णा के रूप में हुई है. दोनों के पैर में गोली लगी है, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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यह मुठभेड़ बेंगलुरु शहर के बैनरघट्टा इलाके में कग्गलिपुरा रोड के पास हुई. हुलीमावु पुलिस इंस्पेक्टर कुमारस्वामी और पीएसआई अरविंद कुमार के नेतृत्व में देर रात यह ऑपरेशन चला. जब दोनों आरोपियों का पुलिस से आमना-सामना हो गया तो दोनों ने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस ने भी आत्मरक्षा में पहले हवाई फायरिंग की, लेकिन जब आरोपी नहीं माने तो छह राउंड गोलियां चलाई गईं, जिससे दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगी.

इसके बाद पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया और जयनगर गवर्नमेंट अस्पताल में ले जाया गया. वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें विक्टोरिया अस्पताल में शिफ्ट किया गया. आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं.

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13 साल का निश्चिथ एक कॉलेज प्रोफेसर का बेटा था. वह 31 जुलाई की शाम ट्यूशन से लौटते वक्त लापता हो गया था. परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला. इसके बाद रात के समय हुलीमावु थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी. इसके अगले दिन दोपहर को बैनरघट्टा के जंगल क्षेत्र में एक जले हुए शव के बारे में पुलिस को सूचना मिली. जब शव की जांच की गई तो कपड़ों के आधार पर उसकी पहचान निश्चिथ के रूप में हुई.

पुलिस की जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी गुरुमूर्ति पीड़ित परिवार के यहां ड्राइवर के तौर पर काम करता था. उसी ने इस वारदात को अंजाम दिया. उसे घर के बारे में पूरी जानकारी थी. उसने ही बच्चे को अगवा कर हत्या की साजिश रची. हत्या के बाद उसने परिवार से फिरौती मांगने की कोशिश भी की. 

गुरुमूर्ति का आपराधिक रिकॉर्ड सामने आया है. वह इस वारदात का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. पुलिस फिलहाल हत्या के पीछे की असल वजह का पता लगा रही है. इसी के साथ घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है. पूर्वी बेंगलुरु के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त रमेश भनोट ने कहा कि पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत के सही कारणों की पुष्टि हो सकेगी.

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