बंगाल: बशीरहाट में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस का लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले भी दागे

बंगाल के बशीरहाट में प्रदर्शन करने पहुंचे बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई. बीजेपी समर्थकों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए हैं. प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें बीजेपी की कई महिला कार्यकर्ता घायल बताई जा रही हैं. लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण है और मौके पर भारी पुलिसबल तैनात है.

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बंगाल में पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प बंगाल में पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प

ऋत्तिक मंडल / अनुपम मिश्रा

  • कोलकाता,
  • 13 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 5:02 PM IST

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में टीएमसी नेता शेख शाहजहां पर महिलाओं द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के मद्देनजर बीजेपी प्रदर्शन कर रही है. इस कड़ी में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बशीरहाट में एसपी ऑफिस का घेराव कर प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. इसको देखते हुए मंगलवार को एसपी कार्यालय के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई. साथ ही भारी पुलिस फोर्स भी तैनात कर दिया गया है. 

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इस बीच प्रदर्शन करने पहुंचे बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई. बीजेपी समर्थकों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए हैं. प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें बीजेपी की कई महिला कार्यकर्ता घायल बताई जा रही हैं. लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण है और मौके पर भारी पुलिसबल तैनात है.

हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान

कलकत्ता हाईकोर्ट ने संदेशखाली में महिलाओं पर यौन उत्पीड़न के आरोपों का स्वत: संज्ञान लिया है. साथ ही संदेशखाली इलाके में धारा 144 हटाने का आदेश दिया है. जस्टिस जय सेनगुप्ता ने संदेशखाली में एक मामले की सुनवाई करते हुए इलाके से धारा 144 हटाने का आदेश दिया है. 

न्यायमूर्ति अपूर्ब सिन्हा रॉय ने हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को इस संबंध में राज्य, वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है. न्यायाधीश ने कहा कि वह संदेशखाली में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न और कानूनी औपचारिकताओं और कानूनों का उल्लंघन करके आदिवासियों की जमीन छीनने की मीडिया रिपोर्टों से बहुत दुखी और परेशान हैं. अदालत ने निर्देश दिया कि राज्य, पुलिस महानिरीक्षक, बारासात रेंज के डीआइजी, पुलिस अधीक्षक और उत्तर 24 परगना जिले के जिला मजिस्ट्रेट को नोटिस जारी किया जाए. मामले की सुनवाई 20 फरवरी को होगी. न्ययमूर्ति सिन्हा रॉय ने मामले में हाईकोर्ट की सहायता के लिए अधिवक्ता जयंत नारायण चटर्जी को न्याय मित्र नियुक्त किया. 

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टीएमसी नेता पर जमीन कब्जाने का आरोप

संदेशखाली में महिलाएं टीएमसी नेता शाजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा उनके खिलाफ कथित अत्याचारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रही हैं. प्रदर्शनकारियों का दावा है कि शेख और उसके सहयोगियों ने क्षेत्र में महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के अलावा, जमीन के बड़े हिस्से पर बलपूर्वक कब्जा कर लिया.

ट्रेन से बशीरहाट पहुंच रहे बीजेपी नेता

इस बीच, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल ट्रेन से बशीरहाट जाएगा. उन्होंने हृदयपुर रेलवे स्टेशन पर संवाददाताओं से कहा, "हम बशीरहाट पहुंचेंगे, एसपी से मिलेंगे और संदेशखाली विकास पर उनसे सवाल करेंगे. हम दोषियों के लिए सजा की मांग करेंगे."

ट्रेन से यात्रा करने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर मजूमदार ने कहा, "हम पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स तोड़ सकते थे, लेकिन हमारी पार्टी ऐसा नहीं करेगी... हम स्थानीय लोगों को असुविधा नहीं पहुंचाना चाहते."

सोमवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुवेंदु अधिकारी और पार्टी के कई अन्य विधायकों को संदेशखाली जाने से रोक दिया गया. कथित तौर पर कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को भी मंगलवार को संकटग्रस्त क्षेत्र का दौरा करने से रोका गया था.

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