बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने प्रचंड जीत के साथ लगातार तीसरी बार सूबे की सत्ता पर कब्जा भले कर लिया हो लेकिन सियासी रस्साकशी जारी है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अलीपुरद्वार में कोरोना को लेकर हुई मंत्री की बैठक में पार्टी के विधायकों को नहीं बुलाने का आरोप लगाया है. हालांकि, प्रदेश के जनजाति विकास मंत्री बुलू चिक बराइक ने आरोप खारिज किए हैं.
जानकारी के मुताबिक बुलू चिक बराइक ने अलीपुरद्वार के अलीपुरद्वार जिला प्रशासन की बिल्डिंग के डुआर्स कन्या कॉन्फ्रेंस हॉल में रविवार की दोपहर बैठक की. इस बैठक में अलीपुरद्वार के जिलाधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए. बैठक में पूर्व विधायक सौरभ चक्रवर्ती, अलीपुरद्वार की डिस्ट्रिक्ट काउंसिल की प्रेसिडेंट शीला दास सरकार भी मौजूद थे.
अलीपुरद्वार जिले में बीजेपी के पांच विधायक हैं लेकिन कोरोना को लेकर हुई इस बैठक में एक भी विधायक को बुलाया नहीं गया. इस संबंध में मंत्री बराइक ने कहा कि यह बैठक कोरोना को लेकर जल्दी में बुलाई गई थी इसलिए हमने विधायकों को नहीं बुलाया. उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल की जनता को केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री की वजह से कोरोना की वैक्सीन नहीं लग पा रही है.
मंत्री बराइक ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हम सभी को अर्जेंट बेसिस पर कोरोना के खिलाफ काम करने के निर्देश दिए हैं. इसीलिए अलीपुरद्वार में जिले में बैठक की गई. उन्होंने तारीफ करते हुए कहा कि अलीपुरद्वार जिला प्रशासन ने कोरोना से निपटने के लिए अच्छा काम किया है. मंत्री ने जिला प्रशासन का धन्यवाद करते हुए दावा किया कि अलीपुरद्वार जिले में कोरोना कंट्रोल में है.
बीजेपी विधायक ने बताया टीएमसी का कल्चर
मंत्री की मीटिंग में न बुलाए जाने को लेकर मदारीहाट से विधायक और बीजेपी के चीफ व्हिप मनोज तिग्गा ने कहा कि यह टीएमसी का कल्चर है. विपक्ष के विधायकों का अपमान है. उन्होंने कहा कि मुझे पहले से ही इसका अनुभव है इसलिए इसमें मेरे लिए कुछ भी नया नहीं है. बीजेपी विधायक ने कहा कि हर किसी को कोरोना के खिलाफ मिलकर काम करना चाहिए लेकिन टीएमसी विपक्ष के विधायकों का अपमान करने में व्यस्त है. उन्होंने कहा कि हमें इस बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
(असीम दत्ता के इनपुट के साथ)
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