चक्रवाती तूफान मोंथा लगातार आंध्र प्रदेश के तट की ओर बढ़ रहा है और मंगलवार शाम को मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के पास लैंडफॉल करने की आशंका है. इसे लेकर राज्य भर में अलर्ट जारी है, ट्रेन और फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं.
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने कहा कि 'मोंथा' तूफान को देखते हुए एहतियात के तौर पर डिलीवरी के करीब 787 गर्भवती महिलाओं को पास के अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया है.
'मोंथा' का मतलब थाई भाषा में सुगंधित फूल होता है.
एहतियात के तौर पर लिया गया फैसला...
सत्य कुमार यादव ने कहा कि स्थानीय मेडिकल अधिकारियों ने उन महिलाओं को, जिनकी डिलीवरी की तारीख एक हफ्ते के अंदर है, उनको हॉस्पिटल ले जाया गया है. सहायक नर्स मिडवाइव्स (ANMs) से मिली जानकारी के आधार पर इलाके और जिले के सरकारी अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया है.
उन्होंने सोमवार को एक प्रेस रिलीज़ में कहा, "787 गर्भवती महिलाओं को, जिनकी डिलीवरी जल्द होने वाली है, 'मोंथा' तूफान को देखते हुए एहतियात के तौर पर पास के अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया है."
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मंत्री ने कहा कि डॉक्टर हाई-रिस्क वाली गर्भवती महिलाओं का खास ख्याल रख रहे हैं. उन्होंने कहा, "इनमें से 240 कृष्णा से, 171 एलुरु से, 150 कोनसीमा से और 142 पूर्वी गोदावरी जिलों से हैं, जबकि दूसरे जिलों में भी इसी तरह के कदम उठाए जा रहे हैं." उन्होंने आगे कहा कि ये सावधानियां तूफान से प्रभावित 17 जिलों में लागू की जा रही हैं.
मंत्री ने कहा कि तूफान के असर को देखते हुए इन 17 जिलों में बनाए गए सरकारी शेल्टरों में मेडिकल कैंप लगाए गए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने कहा, "हर मेडिकल कैंप में एक प्राइमरी हेल्थ सेंटर (PHC) मेडिकल ऑफिसर, एक ANM और एक मान्यता प्राप्त सोशल हेल्थ एक्टिविस्ट (ASHA) वर्कर है." उन्होंने आगे कहा कि अब तक 551 शेल्टर बनाए गए हैं, और सब-हेल्थ सेंटरों पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHOs) तैनात किए गए हैं.
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