EXCLUSIVE: बिना टिकट रेल में यात्रा... हनुमान मंदिर में किए दर्शन, जानें कैसे दिल्ली पहुंचा रेखा गुप्ता पर हमला करने वाला आरोपी

दिल्ली की मुख्यमंत्री पर हमला करने वाले आरोपी से दिल्ली पुलिस और आईबी की टीम पूछताछ कर रही है. पूछताछ में पता चला है कि वह 17 अगस्त को राजकोट से उज्जैन के लिए निकला था, जहां उसने दर्शन करने के बाद बिना टिकट रेल में यात्रा और दिल्ली पहुंच गया. इसके बाद उसने सीएम आवास की रेकी और मुख्यमंत्री से मिलने का वक्त मांगा.  

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सीएम रेखा गुप्ता और उनपर हमला करने वाला आरोपी राजेश. (Photo- ITG) सीएम रेखा गुप्ता और उनपर हमला करने वाला आरोपी राजेश. (Photo- ITG)

अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली,
  • 21 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 7:21 AM IST

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर 20 अगस्त को उनके सिविल लाइंस स्थित कैंप ऑफिस में 'जन सुनवाई' कार्यक्रम के दौरान हुए हमले ने राजनीतिक और सुरक्षा हलकों में हड़कंप मचा दिया है. हमलावर को दिल्ली पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान 41 वर्षीय गुजरात निवासी राजेश भाई खिमजी भाई सकरिया के रूप में हुई है.

इसी बीच आरोपी राजकोट से कब निकला और कहां-कहां गया और कैसे दिल्ली पहुंचा इस बारे में आजतक के हाथ एक्सक्लूसिव जानकारी लगी है. वहीं, जांच में सामने आए तथ्य और आरोपी के बयानों ने इस मामले को और जटिल बना दिया है.

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'बिना टिकट पहुंचा दिल्ली'

प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजेश भाई 17 अगस्त को राजकोट से निकला और अहमदाबाद से इंदौर-गांधी नगर एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर उज्जैन पहुंचा. 18 अगस्त को उसने उज्जैन में महाकाल, काल भैरव, और महालक्ष्मी मंदिरों के दर्शन किए. उसी दिन शाम 6:30 बजे उसने इंदौर-नई दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ी, बिना टिकट के 19 अगस्त को सुबह 6:30 बजे वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा.

दिल्ली पहुंचने के बाद राजेश भाई करोल बाग के हनुमान मंदिर गया, जहां उसने हनुमान चालीसा का पाठ किया. पूछताछ में उसने दावा किया कि वह मुख्यमंत्री आवास के बाहर अनशन करने की योजना बना चुका था. करोल बाग में उसने मुख्यमंत्री के आवास का पता पूछा और मेट्रो से शालीमार बाग पहुंचा. वहां से 50 रुपये में ऑटो-रिक्शा लेकर वह मुख्यमंत्री के शालीमार बाग स्थित निजी आवास पहुंचा.

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'गुजराती भवन में रुका'

सीएम आवास पर पहुंचकर राजेश भाई ने रेखा गुप्ता से मिलने का समय मांगा. स्टाफ ने उसे बताया कि मुख्यमंत्री बुधवार को सुबह 8:30 से 9:30 बजे तक जन सुनवाई में आम लोगों से मिलती हैं. इसके बाद वह शालीमार बाग से सिविल लाइंस पहुंचा और गुजराती भवन में रुका. 20 अगस्त को जन सुनवाई के दौरान वह सिविल लाइंस कैंप ऑफिस पहुंचा और सुबह करीब 8:15 बजे मुख्यमंत्री पर हमला कर दिया, जिसमें उनके हाथ, कंधे और सिर में चोटें आईं.

'पहले भी कर चुका है अनशन'

पुलिस पूछताछ में राजेश भाई ने कई हैरान करने वाले बयान दिए हैं. उसने बताया कि वह गुजरात में पशुओं के हितों के लिए पहले भी अनशन कर चुका है. मई में वह अयोध्या गया था, जहां उसने बंदरों के बेहतरी के लिए अनशन किया.

आरोपी ने पूछताछ के दौरान पुलिस से दावा किया कि उसने सपने में देखा था कि शिवलिंग एक ऊपर एक कुत्ता बैठा है, जिससे आरोपी को लगा कि शिव जी ने कुत्तों की आवाज उठाने के लिए उसको चुना है.

उसने ये भी बताया कि कुछ दिन पहले उसने एक वीडियो देखा था, जिसमें दिल्ली में कुत्तों के लिए शेल्टर होम बनाने की बात हो रही थी. आरोपी के इसी तरह के दिए गए बयानों से पुलिस घन चक्कर है और असली मोटिव की तलाश में है.

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'मानसिक रूप अस्वस्थ है राजेश'

वहीं, आरोपी की मां ने राजकोट पुलिस को बताया कि उनका बेटा मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसे कुत्तों, गायों और पक्षियों से बहुत लगाव है.

उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों को शेल्टर में रखने के हालिया आदेश से नाराज था. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि राजेश के पास कोई शिकायती पत्र या रिश्तेदार की रिहाई से संबंधित दस्तावेज नहीं थे, जैसा कि पहले अनुमान लगाया गया था.

'मैं सदमे में थी'

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हमले के बाद प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर लिखा, 'आज सुबह जन सुनवाई के दौरान मुझ पर हुआ हमला न केवल मुझ पर, बल्कि दिल्ली की सेवा और जनता के कल्याण के हमारे संकल्प पर एक कायराना प्रयास था. मैं शुरू में सदमे में थी, लेकिन अब बेहतर महसूस कर रही हूं.'

IB और दिल्ली पुलिस की टीम ने शुरू की जांच

पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 109(1) (हत्या का प्रयास), 132 (सार्वजनिक सेवक पर हमला), और 221 (सार्वजनिक सेवक को कर्तव्य निर्वहन में बाधा) के तहत FIR दर्ज की है. इस मामले में दिल्ली पुलिस के साथ-साथ आईबी की टीम ने भी जांच शुरू कर दी है.

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शुरुआती जांच में पुलिस को हमलावर का लंबा आपराधिक इतिहास मिला है. गुजरात में उसके खिलाफ पांच मामले दर्ज हैं, जिनमें तीन शराब तस्करी से जुड़े और दो मारपीट के मामले हैं.

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