दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और AAP दिल्ली यूनिट के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने महात्मा गांधी की जयंकी के मौके पर सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया महात्मा गांधी जी के दिखाए रास्ते पर चल रही है लेकिन आज गांधी जी के ही देश में भारत सरकार ने गांधीवादी सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर रखा है.
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, "मैं देशभर के लोगों से अपील करूंगा कि आज वह महान देशभक्त सोनम वांगचुक के लिए प्रार्थना करें."
इससे पहले, 26 सितंबर को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी सोनम वांगचुक पर हो रही कार्रवाई को लेकर केंद्र को घेरा था. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "सोनम वांगचुक के बारे में ये पढ़िए. जो शख्स देश के बारे में सोचता है, शिक्षा के बारे में सोचता है, नए नए आविष्कार करता है, उसको आज केंद्र सरकार का पूरा तंत्र बेहद घटिया राजनीति के तहत प्रताड़ित कर रही है. बेहद दुख होता है - देश की बागडोर कैसे लोगों के हाथ में है. ऐसे में देश कैसे तरक्की करेगा?"
लद्दाख प्रोटेस्ट और सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी
24 सितंबर को, राज्य का दर्जा और लद्दाख को छठी अनुसूची के तहत शामिल करने की मांग को लेकर प्रोटेस्ट हो रहा था. देखते ही देखते विरोध प्रदर्शन हिंसा में बदल गया. इस दौरान प्रशासन ने गोलीबारी की और करीब 4 स्थानीय लोगों की मौत हो गई. इस दौरान 80 लोगों के घायल होने की भी जानकारी सामने आई थी.
आगजनी के दौरान, स्थानीय बीजेपी दफ्तर में आग लगा दी गई और प्रदर्शनकारियों ने एक वाहन को भी आग के हवाले कर दिया. हिंसा के बाद, सरकार ने वांगचुक पर आरोप लगाया कि अरब स्प्रिंग और नेपाल जेन-ज़ी विरोध प्रदर्शनों का ज़िक्र करने से भीड़ भड़क गई.
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मामले के दो दिन बाद, एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया और राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया.
लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, हिंसक विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में हिरासत में लिए गए 26 युवाओं को रिहा भी किया जा चुका है. एसडीएम नुबरा को जांच अधिकारी बनाकर 4 हप्ते के अंदर भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है.
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