खबरों के लिहाज से शुक्रवार का दिन काफी अहम रहा. कानपुर के व्यापारी पीयूष जैन के घर पर छापेमारी के दौरान 150 करोड़ से अधिक नकद बरामद कर ली गई है. बरामद किया गया धन अब सुरक्षित तरीके से ले जाया जाएगा. वहीं देश भर में कोरोना के नए वैरिएंट ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं. ऐसे में एमपी और यूपी के बाद हरियाणा सरकार ने रात्रि में 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है. इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाएं खुली रहेंगी. पढ़िए शुक्रवार शाम की पांच बड़ी ख़बरें...
1. Omicron: नाइट कर्फ्यू का ऐलान करने वाला तीसरा राज्य बना हरियाणा, खट्टर सरकार ने लगाईं पाबंदियां
हरियाणा में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों पर खट्टर सरकार गंभीर हो गई है. सरकार ने रात्रि में 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है. इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाएं खुली रहेंगी. हरियाणा से पहले मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश ये कदम उठा चुके हैं.
2. कानपुर के कारोबारी के घर मिली अकूत दौलत, कैश ले जाने के लिए मंगाना पड़ा बड़ा कंटेनर
कानपुर व्यापारी पीयूष जैन के घर पर छापेमारी के दौरान 150 करोड़ से अधिक नकद बरामद कर ली गई है. अब इतनी बड़ी धनराशि को सुरक्षित ले जाने के लिए जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) के अधिकारियों ने करेंसी नोट लादने वाले कंटेनर का इंतजाम कर लिया है. अब उस कंटेनर में ही सारा कैश ले जाने की तैयारी है.
3. सिद्धू से मुलाकात और 9 दिन बाद संन्यास! राजनीति की पिच पर चलेगी हरभजन सिंह की 'फिरकी'?
दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से शुक्रवार को संन्यास ले लिया है. हरभजन सिंह ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर के जरिए अपने संन्यास का ऐलान किया. इसके साथ ही उनके 23 साल के करियर का समापन हुआ. वहीं अब उनको लेकर कयासों का सिलसिला शुरू हो चुका है. बीते काफी समय से कयास लगाए जा रहे थे कि हरभजन अब राजनीति की पिच पर फिरकी फेंकने की तैयारी में हैं.
4. Omicron खतरे के बीच बूस्टर डोज देने पर विचार कर रही सरकार
देश में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कई देशों ने बढ़ते खतरे को देखते हुए बूस्टर डोज देने का फैसला लिया है. अब भारत सरकार भी इस दिशा में आगे बढ़ सकती है. कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार बूस्टर डोज को लेकर गंभीर है और इस पर मंथन भी शुरू हो गया है.
उत्तराखंड के हरिद्वार में हुई तीन दिवसीय धर्म संसद को लेकर विवाद जारी है. धर्म संसद में शामिल लोगों द्वारा विवादित भाषणों का मामला तूल पकड़ चुका है. खुद को धर्मगुरु कहने वाले लोग अनापशनाप बयानबाजी करके देश के संविधान और कानून दोनों को चुनौती देने की बात सामने आई तो वहीं 3 दिन की धर्म संसद में एक धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए गए. मामले पर बवाल मचने के बाद इस पर अब उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
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