देश आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. पहली बार देश कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति का अद्भुत और अदम्य पराक्रमी कौशल देख रहा है. भव्य परेड में महिलाओं के शौर्य की झांकी देखकर हर कोई गर्व महसूस कर रहा है. सुबह सबसे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर ध्वजारोहण कर कार्यक्रम की शुरुआत की है. इस बार कार्यक्रम में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए हैं. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुर्मू और मैंक्रों का स्वागत किया है. गणतंत्र दिवस पर पहली बार 'नारी शक्ति' का जलवा देखने को मिला.
'नारी शक्ति' की थीम के साथ आयोजित इस कार्यक्रम में चार MI-17 IV हेलीकॉप्टरों ने कर्तव्य पथ पर मौजूद दर्शकों पर फूलों की वर्षा की है. राष्ट्रपति मुर्मू और फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैंक्रों 'पारंपरिक बग्गी' में सवार होकर कर्तव्य पथ पर पहुंचे. करीब 40 साल बाद यह परंपरा एक बार फिर शुरू की गई है.
'पहली बार शंख और नगाड़ा बजाकर शुरुआत'
पहली बार तीनों सेनाओं (जल, थल और नभ) का महिला दस्ता परेड में हिस्सा ले रहा है. 15 महिला पायलट भारतीय वायुसेना के फ्लाई-पास्ट का हिस्सा हैं. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी सिर्फ महिला कर्मी शामिल हैं. परेड की शुरुआत 100 से ज्यादा महिला कलाकारों ने पारंपरिक सैन्य बैंड की बजाय पहली बार शंख, नादस्वरम और नगाड़ा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाकर की. भारत के सशस्त्र बल मिसाइलों, ड्रोन जैमर, सर्वेलेंस सिस्टम, वाहन पर लगे मोर्टार और BMP-II पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों समेत स्वदेशी सैन्य हार्डवेयर का प्रदर्शन किया जा रहा है.
'फ्रांस के भी बैंड और मार्चिंग दस्ते ने लिया हिस्सा'
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की. सुबह 10:30 बजे राष्ट्रपति मैंक्रों के साथ राष्ट्रपति मुर्मू ने परेड की सलामी ली. फ्रांसीसी सशस्त्र बलों का एक संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ता परेड में शामिल हुआ है, जो भारत और फ्रांस के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को दर्शा रहा है.
'झांकियों में समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक'
विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां परेड में हिस्सा बन रही हैं. केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की 9 झांकियां हैं. इन झांकियों में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत झलक रही है. ये झांकियां कर्तव्य पथ पर 'महिला सशक्तिकरण' की थीम को साकार करेंगी. परेड में कुल 80 फीसदी महिलाएं हैं.
'परेड देखने के लिए पहुंचे लोग, कड़ा सुरक्षा पहरा'
करीब 77,000 दर्शकों के परेड देखने की उम्मीद है. यहां कमांडो की तैनाती की गई है. कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करवाया जा रहा है. गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी को सुरक्षा के घेरे में रखा गया है. कर्तव्य पथ के आसपास सुरक्षा को किले में बदल दिया गया है. शहरभर में 70,000 से ज्यादा कर्मी तैनात हैं. शहर में ट्रैफिक एडवाजरी जारी की गई है. गुरुवार शाम 6 बजे से कर्तव्य पथ पर विजय चौक से इंडिया गेट तक किसी भी यातायात की अनुमति नहीं दी गई है. परेड खत्म होने तक पाबंदियां जारी रहेंगी.
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