मुंबई की सड़कें हर बारिश में गड्ढों का जंजाल बन जाती हैं, जबकि बीएमसी हर साल जलजमाव और गड्ढों से निपटने का दावा करती है. आज तक के रियलिटी चेक में बीएमसी के दावों की पोल खुल गई, जिससे मुंबईकर बेहद परेशान दिखे और विभिन्न एजेंसियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल भी सामने आया. लोगों के मन में यही सवाल है कि आखिरकार इतना पैसा देने के बाद भी रिचेस्ट एशिया की जो बी एम सी कहलाई जाती है, वो पोथोल प्रॉब्लम से कब नहीं जा पाएगी?