एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भाषा विवाद पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि प्राथमिक शिक्षा में हिंदी को अनिवार्य बनाना सही नहीं है. शरद पवार के अनुसार, कक्षा पांच के बाद हिंदी पढ़ाई जा सकती है, इसमें कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि देश का एक बड़ा हिस्सा हिंदी बोलता है, इसलिए इसे पूरी तरह से नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता. हालांकि, छोटे बच्चों पर नई भाषाओं का बोझ डालना उचित नहीं होगा.