महाराष्ट्र में भाषा नीति को लेकर एक गरमागरम बहस हुई, जिसमें पहली से पांचवीं कक्षा तक तीसरी भाषा को अनिवार्य करने के प्रस्ताव पर चर्चा की गई. बहस के दौरान एक प्रतिभागी ने कहा, "जब ऊँगली की जाएगी तो ऊँगली का जवाब थप्पड़ से मिलेगा." चर्चा में महाराष्ट्र की राजनीति में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों की भूमिका पर भी बात हुई