क्या फडणवीस के नाम पर तैयार होगी NCP? जानें- महाराष्ट्र CM चुनने में जल्दबाजी क्यों नहीं कर रही बीजेपी

महाराष्ट्र में सीएम को लेकर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है. ऐसे में पार्टी सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि भाजपा महाराष्ट्र की नई सरकार में विभागों के वितरण को अंतिम रूप दिए जाने तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने में जल्दबाजी नहीं करेगी.

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महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, देवेन्द्र फडणवीस और अजित पवार के साथ महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, देवेन्द्र फडणवीस और अजित पवार के साथ

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:50 PM IST

महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे आए तीन दिन का समय बीत चुका है. लेकिन अब तक महायुति गठबंधन में सीएम कौन होगा, यह तय नहीं हो सका है. भाजपा खेमे में जहां देवेंद्र फडणवीस को लेकर चर्चा है तो वहीं शिवसेना से एकनाथ शिंदे के समर्थक भी उन्हें सीएम बनाने का दावा ठोक रहे हैं. 

राज्य के सीएम को लेकर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है. ऐसे में पार्टी सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि भाजपा महाराष्ट्र की नई सरकार में विभागों के वितरण को अंतिम रूप दिए जाने तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने में जल्दबाजी नहीं करेगी.

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बता दें कि एकनाथ शिंदे ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. लेकिन फिर भी मंगलवार सुबह राज्यपाल ने एकनाथ शिंदे को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने के लिए कहा. ऐसे में माना यही जा रहा है कि महायुति गठबंधन का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर निर्णय में देरी होगी. 

विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन की प्रचंड जीत के बावजूद सहयोगी दलों के बीच इस बात पर सहमति नहीं है कि शीर्ष पद पर कौन बैठेगा.

किसी जल्दी में नहीं है भाजपा

एक राज्य भाजपा नेता ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, 'केंद्रीय नेतृत्व को मुख्यमंत्री पद के लिए किसी उम्मीदवार का नाम घोषित करने की कोई जल्दी नहीं है. हमने निर्णायक जनादेश हासिल कर लिया है और अब प्राथमिकता सरकार गठन के लिए एक व्यापक योजना पर काम करना है. इसमें मंत्री पद को अंतिम रूप देना और प्रमुख पदों का वितरण शामिल है.'

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एक अन्य भाजपा अंदरूनी सूत्र ने रायगढ़ जिले के विधायक महेंद्र थोरावे के मामले का हवाला दिया, जिन्होंने लंबे समय से चली आ रही स्थानीय प्रतिद्वंद्विता के कारण इस साल की शुरुआत में NCP की अदिति तटकरे को जिला संरक्षक मंत्री के रूप में नियुक्त करने का विरोध किया था. उन्होंने कहा, 'हम अब ऐसे मुद्दों का समाधान करना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आगे बढ़ने से पहले सभी लोग एकमत हों.' 

क्या रहे चुनावी नतीजे

राज्य में 20 नवंबर को हुए चुनाव में बीजेपी ने 132 सीटें, शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं हैं. परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए गए थे.

'केंद्रीय नेतृत्व के साथ बात करके ही होगा फैसला'

राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा के साथ, महाराष्ट्र कैबिनेट में कैबिनेट और जूनियर दोनों, अधिकतम 43 मंत्री हो सकते हैं. यहां 36 जिले हैं और एक मुख्यमंत्री के लिए यह जरूरी हो जाता है कि उनमें से प्रत्येक को प्रतिनिधित्व मिले. पार्टी के एक नेता ने कहा, 'चल रहे संसदीय सत्र के साथ, केंद्रीय नेतृत्व काफी व्यस्त है, वह महाराष्ट्र भाजपा के नेताओं और सहयोगियों के साथ बैठकें कर रहा है, साथ ही संसद में फ्लोर मैनेजमेंट भी संभाल रहा है.'

गठबंधन में कैसे तय होगा सीएम

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जहां तक ​​मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा का सवाल है, सूत्र ने कहा, 'भाजपा केंद्रीय निकाय एक पर्यवेक्षक या पर्यवेक्षकों की एक टीम नियुक्त करेगा जो मुंबई का दौरा करेगा. वे कैबिनेट फॉर्मूले को अंतिम रूप देने के लिए विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से मिलेंगे. एक बार ये हो गया, तब वे विधायक दल के नेता के लिए पार्टी की पसंद की घोषणा करेंगे.'

सीएम पद की रेस में यह दो प्रमुख चेहरे

जबकि पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, जो अभियान के दौरान भाजपा का चेहरा थे, अपनी पार्टी के शानदार चुनावी प्रदर्शन के बाद शीर्ष पद के लिए सबसे आगे हैं, वहीं शिवसेना नेताओं ने कहा है कि वे चाहेंगे कि एकनाथ शिंदे बने रहें, यह दर्शाता है कि सेना ने अपना दावा नहीं छोड़ा.

क्या फडणवीस के नाम पर तैयार होगी NCP?

गठबंधन में तीसरे खिलाड़ी अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं, हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने हाल ही में सार्वजनिक रूप से कहा था कि फड़णवीस उन्हें स्वीकार्य हैं. सूत्र ने कहा, 'इससे नवनिर्वाचित विधायकों सहित कई भाजपा नेताओं की मांग को बल मिला है कि फड़णवीस को अगला मुख्यमंत्री होना चाहिए.'

हालांकि, भाजपा सतर्क है, क्योंकि कैबिनेट वितरण के सभी पहलुओं पर काम होने तक अंतिम निर्णय नहीं लिया जाएगा. भाजपा नेता ने कहा, 'कोई जल्दी नहीं है. एक बार कैबिनेट फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया जाएगा, हम उम्मीदवार की घोषणा करेंगे.'

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