महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की, लेकिन राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर पेच अब भी फंसा हुआ है. इसी बीच महायुति गठबंधन का हिस्सा एनसीपी (अजित पवार गुट) ने सीएम की रेस से खुद को अलग करने की बात कही है. दरअसल, एनसीपी अध्यक्ष सुनील तटकरे ने आजतक से कहा कि हम व्यावहारिक हैं और हमारी कुछ सीमाएं हैं.
उन्होंने कहा, 'हम रियलिस्टिक हैं, हमें दिन में सपने नहीं देखने चाहिए. हमें इस पर व्यावहारिक तरीके से सोचना चाहिए. मुझे भी लगता है कि अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए, लेकिन हमारे सामने कुछ व्यावहारिक सीमाएं हैं. जब पिछली बार एनडीए सरकार बनी थी, तो एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया था, क्योंकि स्थिति अलग थी.'
सुनील तटकरे ने आगे कहा कि महायुति मुख्यमंत्री पद पर एक या दो दिन में निर्णय ले लेगी. कोई भ्रम नहीं है. स्पष्ट रूप से महाराष्ट्र में एनडीए का मुख्यमंत्री होगा. एनसीपी नेता ने एकनाथ शिंदे की नेतृत्व क्षमता और उनकी सरकार द्वारा घोषित योजनाओं को श्रेय देते हुए अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी के अप्रत्याशित प्रदर्शन के लिए सराहा.
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उन्होंने कहा, 'चुनाव के दौरान अजित दादा पवार के पक्ष में निश्चित रूप से एक लहर थी. लाडली बहन योजना ने गठबंधन के लिए चमत्कारी काम किया. लोग मानने लगे हैं कि अजित पवार ही असली एनसीपी नेता हैं. लोकसभा परिणामों के बाद हमारे कार्यकर्ता हतोत्साहित हो गए थे, लेकिन फिर हमने कड़ी मेहनत की और इन परिणामों को हासिल किया.'
आजतक से बातचीत करते हुए एनसीपी महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि जल्द ही राज्य निकाय चुनाव होंगे और पार्टी अपने विस्तार पर काम करेगी. उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए, हम उन लोगों से बात करेंगे जो हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं.
उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में ये साफ हो गया है कि राज्य का अगला सीएम बीजेपी से होगा. हालांकि, आधिकारिक तौर पर अभी इसका ऐलान नहीं किया गया है.
पीयूष मिश्रा