महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश का कहर, जलभराव से नदी में तब्दील हुई सड़कें, हाईवे पर बही कारें VIDEO

महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. भारी बारिश के कारण पुणे-सोलापुर हाईवे पर पानी भर गया, जिसके कारण कारें तैरती हुई नजर आ रही हैं. वहीं, प्रशासन ने लोगों को मौसम के अनुकूल अपनी यात्रा की योजना बनाने की एडवाइजरी जारी की है.

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महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण सड़कों पर भरा पानी. महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण सड़कों पर भरा पानी.

अभिजीत करंडे / ओमकार

  • नई दिल्ली,
  • 26 मई 2025,
  • अपडेटेड 8:14 AM IST

केरल के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून ने महाराष्ट्र में भी तय वक्त से पहले दस्तक दे दी है. महाराष्ट्र में रविवार को हुआ भारी बारिश के कारण पुणे-सोलापुर हाईवे पर भयंकर जलभराव हो गया है, जिससे सड़के नदियों में तब्दील हो गई, जिसमें कई कारें बहती हुई दिख रही हैं.

इसका एक सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें राजमार्ग पर जमा पानी का दबाव इतना अधिक है कि वाहन नियंत्रण खोते नजर आ रहे हैं. कुछ स्थानों पर जलस्तर इतना बढ़ गया है कि राजमार्ग भी गायब हो गया है. 

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इस घटना से स्थानीय लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया है और यातायात पूरी तरह ठप हो गया है. प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया है और यात्रियों को चेतावनी जारी कर दी है. मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में और अधिक बारिश होने की भविष्यवाणी की है तथा नागरिकों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है.

यहां देखें वीडियो

महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में भी होगी बारिश

आईएमडी के अनुसार, अगले तीन दिनों में मानसून मुंबई और महाराष्ट्र के कुछ अन्य हिस्सों में आगे बढ़ेगा. विभाग ने बताया कि मध्य अरब सागर, कर्नाटक (बेंगलुरु सहित), आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के बचे हुए हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी, और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.

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आईएमडी की वैज्ञानिक के अनुसार, 1990 में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 20 मई को महाराष्ट्र पहुंचा था. इस बार मानसून ने शनिवार को केरल में प्रवेश किया, जो 2009 के बाद से पहली बार भारतीय मैनलैंड पर पहुंचा है.

दरअसल, सामान्य तौर पर मानसून 1 जून तक केरल और 7 जून तक महाराष्ट्र पहुंचता है, जबकि मुंबई में ये 11 जून के आसपास दस्तक देता है. पूरे देश को कवर करने में यह 8 जुलाई तक का समय लेता है और 17 सितंबर से उत्तर-पश्चिम भारत से लौटना शुरू करता है, जो 15 अक्टूबर तक पूरी तरह वापस चला जाता है.

वहीं, महाराष्ट्र में तटीय कोंकण क्षेत्र और मुंबई में पिछले दो दिनों से भारी मानसून-पूर्व वर्षा हो रही है. आईएमडी ने कहा, 'मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मुंबई समेत महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, बेंगलुरु सहित कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के शेष हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों तथा अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.'

कई इलाकों में अलर्ट जारी

इसके अलावा सोमवार सुबह IMD ने महाराष्ट्र के कई इलाकों में अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग के लिए ऑरेंज अलर्ट तो मुंबई, ठाणे, पालघर और अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.

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