महाराष्ट्र के पालघर में 13 वर्षीय छात्रा से उठक-बैठक कराने वाली शिक्षिका को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. एक अधिकारी ने गुरुवार को ये जानकारी दी है. पुलिस ने महिला टीचर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का ममला दर्ज किया है.
दरअसल, 8 नवंबर को अंशिका रोज की तरह स्कूल पहुंची, लेकिन उसे 10 मिनट देर हो गई थी. इस पर नाराज शिक्षिका ने उसे क्लास के बाहर बुलाया और 100 उठक-बैठक की सज़ा दे दी. इस कठोर दंड के बाद अंशिका की तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. घटना के तीन दिन बाद शिक्षिका पर मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है.
मां ने लगाया गंभीर आरोप
वालिव पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि छात्रा को 8 नवंबर को स्कूल देर से आने पर 100 उठक-बैठक करने के लिए कहा गया था. उसकी मां ने आरोप लगाया कि शिक्षक ने उसे स्कूल बैग के साथ उठक-बैठक करने को कहा, जो एक अमानवीय सज़ा थी.
पहले से बीमार की छात्रा
अधिकारी के अनुसार, 13 वर्षीय छात्रा को पहले से ही कुछ स्वास्थ्य समस्याएं थीं और वह सज़ा को सह नहीं पाई. उसकी तबीयत बिगड़ी और उसे मुंबई के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां सात दिन बाद उसकी मौत हो गई.
MNS का प्रदर्शन
छात्रा की मौत के बाद स्थानीय निवासियों और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया.
पुलिस ने प्रदर्शनों के बाद मामला दर्ज किया. शिक्षक (जिसे निजी स्कूल से हटा दिया गया है) पर भारतीय न्याय संहिता के तहत गैर इरादतन हत्या (culpable homicide not amounting to murder) का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने मंगलवार रात को उसे गिरफ्तार कर लिया. शिक्षा विभाग ने भी इस घटना की जांच शुरू कर दी है, साथ ही वसई-विरार नगर निगम ने भी जांच शुरू की है.
प्रवीण कुमार