'उन्होंने धर्म पूछकर सिंदूर उजाड़ दिया था और आज...' ऑपरेशन सिंदूर पर बोलीं संतोष जगदाले की बेटी

भारतीय सुरक्षाबलों ने बुधवार तड़के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित कुल 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. इसपर अब पहलगाम में मरे लोगों के परिजनों के रिएक्शन आ रहे हैं.

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ऑपरेशन सिंदूर पर क्या बोलीं संतोष जगदाले की बेटी ऑपरेशन सिंदूर पर क्या बोलीं संतोष जगदाले की बेटी

aajtak.in

  • पुणे,
  • 07 मई 2025,
  • अपडेटेड 9:55 AM IST

पहलगाम के आतंकी हमले में 26 बेगुनाहों की हत्या के बाद भारत ने पलटवार किया है. भारतीय सुरक्षाबलों ने बुधवार तड़के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित कुल 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. इसे 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया है, जिसके मुख्य टारगेट जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा जैसे जिहादी ठिकाने थे, जो पिछले तीन दशकों से भारत पर बड़े आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार रहे हैं.

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पहलगाम में आतंकियों ने महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले संतोष जगदाले की भी हत्या कर दी थी. ऐसे में इस बदले की कार्रवाई पर संतोष जगदाले की बेटी असावरी जगदाले ने कहा- जो लोग 22 अप्रैल को मरे उन लोगों को आज सही तरीके से श्रद्धांजली दी गई है. मेरे पिता भी इसमें शामिल थे. पापा जहां से भी इस समय देख रहे होंगे उनको लगता होगा कि सरकार ने उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया. मिशन के नाम ही सब कुछ बता रहा है.

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन का नाम सिंदूर सुनकर मैं रो पड़ी थी. आतंकियों ने देश के बहनों से धर्म पूछकर उनका सिंदूर उजाड़ दिया था आज सरकार ने उसका सही बदला चुकाया है.मैं सरकार की ऋणी हूं और तहे दिल से आभार व्यक्त करती हूं.

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इससे पहले जगदाले की पत्नी प्रगति का बयान भी आया था जिसमें उन्होंने कहा- आतंकवादियों ने जिस तरह से हमारा सिंदूर मिटाया, उसके बाद यह करारा जवाब है...इस ऑपरेशन का नाम सुनते ही मेरी आंखों में आंसू आ गए. मैं सरकार का तहे दिल से शुक्रिया अदा करती हूं.

गौरतलब है कि आतंकियों ने पहलगाम में घूमने पहुंचे लोगों को अपने आतंक का निशाना बनाया था. उन्होंने वहां 26 लोगों की जान ले ली जिसके बाद से पूरा देश क्रोध में था. जिन लोगों ने अपने पति, बेटे को खोया, उन सभी लोगों ने न्याय की मांग की और आज उनकी इस इच्छा को हमारी सेना ने पूरा कर दिया.  

Input: विनोद

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