दिवाली के लिए बारामती पहुंचीं सांसद सुप्रिया सुले ने मराठा और धनगर समाज के आरक्षण की मांग को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि गली से दिल्ली तक बीजेपी की सरकार है. अगर वह चाहे तो कुछ भी कर सकती है. मराठा, धनगर, लिंगायत और मुस्लिम समाज के आरक्षण की बहुत सालों से मांग है. बीजेपी ने जुमलेबाजी बंद करके इन चारों समुदायों को आरक्षण देना चाहिए.
दरअसल, बारामती के प्रशासकीय भवन के सामने धनगर समाज के आरक्षण को लेकर पिछले पांच दिनों से चंद्रकांत वाघमोडे नाम का युवक अनशन कर रहा है. सांसद सुप्रिया सुले ने आज मंगलवार को उससे मुलाकात करके धनगर समाज के आरक्षण को समर्थन जताया. उन्होंने कहा कि इस बारे में मुख्यमंत्री से बात करके मसले को सुलझाया जा सकता है. हमारी पहले दिन से मांग रही है कि धनगर समाज, मराठा समाज, लिंगायत समाज और मुस्लिम समाज को आरक्षण की बहुत वर्षों से चल रही मांग को माना जाए।
'पूरी ताकत से उठाएंगे लोगों की आवाज'
उन्होंने कहा कि गल्ली से दिल्ली तक बीजेपी की सरकार है. 200 विधायक यहां (महाराष्ट्र मे) हैं और 300 दिल्ली (सांसद) में हैं. अगर करना चाहे तो वह कुछ भी कर सकते हैं. मेरे ख्याल से उन्हें जुमलेबाजी बंद करनी चाहिए और धनगर, मराठा, लिंगायत और मुस्लिम समाज की जो मांगे हैं, वह पूरी करनी चाहिए. हमारी कोशिश रहेगी मैं पार्लियामेंट में रहूं या कहीं भी, जो ऑफिशियल जगह है, हमारी पार्टी पूरी ताकत से चारों समुदायों की मांगों को पूरा कराने के लिए आवाज उठाएगी.
'ये बीजेपी नहीं, भ्रष्ट जुमला पार्टी है'
सुले ने कहा कि जब महिला विधेयक संसद मे आया तभी भी मैंने महिला विधेयक के साथ-साथ आरक्षण को लेकर चर्चा करने को कहा था. मराठा, लिंगायत और मुस्लिम समाज के आरक्षण पर भी चर्चा करने को कहा तो भी नहीं की गई. क्योंकि यह बीजेपी नहीं, बल्की भ्रष्ट जुमला पार्टी है. जब अटल जी इसके नेता थे, सुषमा जी नेता थीं और अरुण जेटली थे, तब यह भारतीय जनता पार्टी थी. लेकिन अभी वक्त बदल गया है.
'दिल्ली से हो रहा महाराष्ट्र के खिलाफ षड्यंत्र'
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का अपमान और ताकत कम करने का पाप और षड्यंत्र दिल्ली की एक अदृश्य शक्ति कर रही है. एनसीपी हो, शिवसेना हो, गडकरी जी हों या देवेंद्र फडणवीस हों, चारों आप देख रहे हैं. सारे महाराष्ट्र के बेटे हैं, जो इससे लड़ रहे हैं. लेकिन अदृश्य शक्ति दिल्ली में है, वह इस देश में महाराष्ट्र का महत्व कम करना चाहते हैं. इसीलिए यह बड़ा षड्यंत्र महाराष्ट्र के खिलाफ हो रहा है.
सुप्रिया सुले ने कहा कि तीन तारीख से संसद का सत्र शुरू हो रहा है. महंगाई, बेरोजगारी और मराठा, धनगर समाज, मुस्लिम समाज के जो आरक्षण के मुद्दे हैं, बेरोजगारीऔर किसानों के मुद्दों को लेकर मैं पूरी ताकत से पार्लियामेंट में लडूंगी.
वसंत मोरे