महाराष्ट्र में बाढ़ से मची तबाही के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने बड़ा कदम उठाया है. उपमुख्यमंत्री अजित पवार के निर्देश पर पार्टी के सभी मंत्री, सांसद, विधायक और विधान परिषद सदस्य (MLC) अपना एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे. इस निर्णय की जानकारी प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने दी.
उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में जनता के साथ खड़ा होना हर नेता का कर्तव्य है. इससे पहले, राज्य के मंत्री छगन भुजबल ने भी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अपने एक महीने का वेतन दान करने की घोषणा की थी. अब पार्टी स्तर पर सभी नेताओं को इसी राह पर चलने का आदेश दिया गया है.
मराठवाड़ा समेत राज्य के कई जिलों में बाढ़ से भारी तबाही हुई है. खेत-खलिहान डूब गए हैं और किसान ‘बलीराजा’ एक बार फिर संकट में आ गए हैं. तटकरे ने कहा कि किसानों की आंखों के आंसू पोंछने के लिए यह सामूहिक प्रयास किया जा रहा है.
इस बीच, उपमुख्यमंत्री और एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार ने अपने सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. वे लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. मंगलवार को पवार ने सोलापुर, धाराशिव और बीड जिलों का दौरा कर हालात की समीक्षा की. उन्होंने प्रभावित नागरिकों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और प्रशासन को तत्काल राहत देने के निर्देश दिए.
पवार ने सभी NCP मंत्रियों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहकर राहत कार्य में जुटने के भी आदेश दिए हैं.
अभिजीत करंडे