नवी मुंबई के बिजनेसमैन गुरुनाथ चिंचकर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. वे ड्रग तस्करी केस में वांछित आरोपी नवीन चिंचकर के पिता थे. यह मामला और गंभीर तब हो गया, जब सामने आया कि गुरुनाथ ने सुसाइड नोट में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल (ANC) का स्पष्ट रूप से जिक्र किया है.
जानकारी के अनुसार, गुरुनाथ चिंचकर नवी मुंबई में रहते थे और बिजनेस से जुड़े हुए थे. उन्होंने जिस हथियार से खुद को गोली मारी, उसका कोई लाइसेंस नहीं था. शुरुआती जांच में पता चला है कि मानसिक दबाव और बेटे पर चल रही जांच ने गुरुनाथ को गहरे तनाव में डाल दिया था.
दरअसल, उनका बेटा नवीन चिंचकर विदेश में रहकर कथित रूप से एक ड्रग सिंडिकेट चला रहा है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने नवीन के खिलाफ मामला दर्ज कर रखा है और उस पर लुकआउट नोटिस (LOC) भी जारी किया गया है. जांच एजेंसियों का मानना है कि वह भारत से बाहर रहकर ड्रग्स की तस्करी और सिंडिकेट ऑपरेट कर रहा है.
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कुछ दिन पहले मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने नवीन के भाई धीरज चिंचकर के खिलाफ भी ड्रग से जुड़े एक केस में कार्रवाई की थी. धीरज भी विदेश में ही रहता है और उसके खिलाफ भी लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है. दोनों भाइयों के खिलाफ जांच तेज हो चुकी है.
गुरुनाथ चिंचकर की खुदकुशी के बाद अब जांच एजेंसियां यह भी देख रही हैं कि क्या इस कदम के पीछे किसी तरह का सीधा या अप्रत्यक्ष दबाव था. सुसाइड नोट में उन्होंने जांच एजेंसियों द्वारा किए जा रहे लगातार दबाव और परिवार पर पड़ रहे प्रभाव का उल्लेख किया है. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच जारी है.
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)
दिव्येश सिंह