मुंबई में एक महिला और एक पुरुष ने लंदन में नौकरी व यूनाइटेड किंगडम के वीज़ा दिलाने के नाम पर एक दंपति से 27 लाख रुपये की ठगी की है. फिलहाल पुलिस ने महिला को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है. इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी. एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि आकांक्षा राजेंद्र तिवारी नाम की आरोपी की गिरफ्तारी से पुलिस को ऐसे और मामलों का खुलासा करने में मदद मिल सकती है. पुलिस इस मामले में एक अन्य आरोपी की भी तलाश कर रही है.
कांदिवली पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में, इंजीनियरिंग कंसल्टेंट विकास विदुर कुमार खतीवेदा ने कहा कि उनकी पत्नी मोनिका दहल लंदन में काम करना चाहती थीं. मुंबई में नौकरी और वीज़ा सेवाएं प्रदान करने वाली एजेंसियों की तलाश करते समय उन्हें सोशल मीडिया पर एक निजी कंपनी मिली.
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कंपनी ने यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और अन्य देशों के लिए नौकरियों के साथ-साथ वीज़ा सेवाएं प्रदान करने का दावा करते हुए कई स्टोरीज़ पोस्ट की थीं. अधिकारी ने बताया कि दहल ने दिए गए नंबर पर संपर्क किया और उनकी मुलाकात आरोपी आकांक्षा तिवारी से हुई.
एफआईआर का हवाला देते हुए अधिकारी ने बताया कि दंपति की मुलाकात तिवारी से कांदिवली के रघुलीला मॉल स्थित एक कार्यालय में हुई थी. उन्होंने बताया कि तिवारी और कंपनी का मालिक होने का दावा करने वाले रोहित सोंगरा के निर्देशों पर उन्होंने जून 2024 से इस साल मई के बीच 27 लाख रुपये का भुगतान किया.
हालांकि, बार-बार वादा करने के बाद भी, न तो दहल को वर्क वीज़ा दिया गया और न ही उसके पति को आश्रित वीज़ा. इसके बाद दोनों आरोपी उनसे बचने लगे. इसी बीच दंपति को पता चला कि कंपनी का कांदिवली कार्यालय बंद हो गया है और वह मलाड इलाके में स्थानांतरित हो गया है, लेकिन आरोपी वहां भी नहीं मिले.
अधिकारी ने बताया कि अपने साथ हुई धोखाधड़ी का एहसास होने पर पति ने कांदिवली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने तिवारी और सोंगरा के खिलाफ मामला दर्ज किया और बाद में महिला को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अन्य आरोपियों को पकड़ने के प्रयास कर रही है.
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