महाराष्ट्र के वसूली प्रकरण को लेकर विपक्षी दल आक्रामक हैं. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसदों ने इस मसले को लेकर संसद में भी जोरदार हंगामा किया. इन सबके बीच आरोप के घेरे में आए गृह मंत्री अनिल देशमुख को एकबार फिर शरद पवार का साथ मिला है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने एकबार फिर देशमुख का बचाव करते हुए कहा कि आप लोग पूछ रहे थे कि गृहमंत्री का क्या होगा.
शरद पवार ने फिर से साफ किया कि देशमुख के इस्तीफे का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा कि अनिल देशमुख पर लगे आरोप में दम नहीं है. शरद पवार ने कहा कि आरोप में पुलिस कमिश्नर रहे परमबीर ने कहा है कि फरवरी में उनको कुछ आदेश मिले. 5 फरवरी से 15 फरवरी तक अनिल देशमुख कोरोना संक्रमित हो जाने के बाद अलेक्सिस अस्पताल नागपुर में भर्ती थे. इसका पर्चा भी है. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद भी देशमुख 27 फरवरी तक घर में क्वारनटीन थे. एनसीपी सुप्रीमो ने कहा कि मुख्यमंत्री तय करेंगे कि जांच कैसे होनी है. यह सीएम पर छोड़ा है.
पवार ने कहा कि उन्होंने ये भी कहा कि है कि हमें और मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को मार्च के दूसरे हफ्ते में ये बताया है. उन्होंने कहा कि हम विस्तार में नहीं जा रहे. एनसीपी सुप्रीमो ने कहा कि हमने कहा किसी वरिष्ठ अधिकारी को इसकी जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्य केस क्या था, कुछ आइटम गाड़ी में रखे गए थे एंटीलिया के पास. ये जीप किसकी थी, हिरेन की थी. उस मामले में दो लोगों को अरेस्ट किया गया. एटीएस इसकी जांच कर रही है और यह जांच सही दिशा में चल रही है.
शरद पवार ने कहा कि ये बात साफ हो गई और ये जांच पड़ताल में क्लियर हो गया कि सब डाइवर्ट करने के लिए यह मामला बढ़ाया जा रहा है. जांच एक मुकाम पर पहुंच गई है. सरकार पर इसका कोई असर नहीं होगा. वहीं, पवार के इस बयान के बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पवार के दावे को झूठ बताया है.
अमित मालवीय ने अनिल देशमुख का ट्वीट रिट्वीट करते हुए कहा है कि पवार कह रहे अनिल देशमुख 5 से 15 फरवरी तक हॉस्पिटल में और 16 से 27 फरवरी तक क्वारनटीन में थे. जबकि देशमुख 15 फरवरी को ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इससे पहले संसद के दोनों सदनों में देशमुख पर लगे आरोप को लेकर जमकर हंगामा हुआ. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि गृह मंत्री वसूली कर रहे हैं, यह पूरे देश ने देखा.
आशुतोष मिश्रा / मौसमी सिंह