महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका! BJP का दामन थाम सकती हैं MLC प्रज्ञा सातव

महाराष्ट्र में निकाय चुनाव के बीच बीजेपी विपक्षी कांग्रेस को बड़ा झटका दे सकती है. महाराष्ट्र कांग्रेस की पूर्व उपाध्यक्ष और एमएलसी प्रज्ञा सातव हाथ का साथ छोड़कर कमल निशान वाली पार्टी का दामन थाम सकती हैं.

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कांग्रेस की एमएलसी हैं प्रज्ञा सातव (Photo: ITG) कांग्रेस की एमएलसी हैं प्रज्ञा सातव (Photo: ITG)

ऋत्विक भालेकर

  • मुंबई,
  • 17 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:28 PM IST

महाराष्ट्र चुनाव में करारी हार के बाद विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) निकाय चुनाव में अपनी सियासी जमीन बचाने की जद्दोजहद में जुटा है. निकाय चुनाव के बीच भी सत्ताधारी महायुति की अगुवाई कर रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एमवीए के प्रमुख घटक कांग्रेस को बड़ा झटका देने की तैयारी में है. महाराष्ट्र कांग्रेस की पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष और एमएलसी प्रज्ञा सातव हाथ का साथ छोड़कर अब बीजेपी का दामन थाम सकती हैं.

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प्रज्ञा सातव 18 दिसंबर को दिन में 11 बजे महाराष्ट्र बीजेपी के कार्यालय में आयोजित होने जा रहे एक कार्यक्रम में कमल निशान वाली पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकती हैं. प्रज्ञा सातव के बीजेपी में शामिल होने को महाराष्ट्र की सियासत में खिसकी जमीन तलाश रही कांग्रेस और एमवीए के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.

प्रज्ञा सातव कांग्रेस के दिवंगत नेता राजीव सातव की पत्नी हैं. राजीव सातव की गिनती कभी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के करीबियों में होती थी. राजीव सातव कभी कांग्रेस के प्रतिभाशाली नेताओं की अगली पंक्ति में गिने जाते थे. राहुल गांधी के करीबी राजीव, साल 2010 से 2014 के बीच भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे थे.

राजीव सातव को कांग्रेस पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए गुजरात का प्रभारी भी बनाया था. तब कांग्रेस ने गुजरात चुनाव में दमदार प्रदर्शन किया था, जिसके लिए बतौर प्रभारी राजीव सातव को भी क्रेडिट दिया गया था. साल 2014 के चुनाव में मोदी लहर के बावजूद जीते कांग्रेस के चुनिंदा नेताओं में राजीव भी शामिल थे.

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राजीव सातव तब महाराष्ट्र की हिंगोली सीट से सांसद चुने गए थे. उनका महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में गहरा प्रभाव और राजनीतिक पकड़ मजबूत मानी जाती थी. राजीव सातव की माता रजनी सातव भी कांग्रेस पार्टी के बैनर तले सियासत में सक्रिय रही हैं. वह कांग्रेस की सरकार के समय दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री के तौर पर भी काम कर चुकी हैं.

प्रज्ञा सातव भी साल 2021 से एमएलसी हैं. वह निर्विरोध एमएलसी चुनी गई थीं. वह महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष के रूप में भी संगठन में काम कर चुकी हैं. अब प्रज्ञा सातव पार्टी छोड़कर बीजेपी जॉइन करती हैं, तो यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका होगा.

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