महाराष्ट्र चुनाव में लाडकी बहन योजना की खास चर्चा रही थी. राज्य की तमाम महिलाओं को इसके लाभ के दायरे में रखा गया था, जिससे चुनाव में भी पार्टी को जोरदार फायदा हुआ. अब बीजेपी के नेता दावे कर रहे हैं कि इस योजना का लाभ सबसे ज्याजा मुस्लिम महिलाओं को हो रहा है. पार्टी विधायक नितेश राणे ने कहा किज वोट करते वक्त मोदी नहीं चाहिए, लेकिन हमारी योजनाओं का उन्हें लाभ चाहिए.
बीजेपी विधायक नारायण राणे ने मीडिया से बातचीत में कहा, "वोट करते वक्त मोदी उन्हें नहीं चाहिए. मुसलमानों को हिंदुत्व विचारधारा, महायुती सरकार नहीं चाहिए लेकिन हर एक सरकारी योजना का लाभ चाहिए. सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों की संख्या अधिक रहती है. तुम (मुसलमानों) लोगों को तुम्हारा धर्म महत्वपूर्ण लगता है, तो योजना का लाभ क्यों ले रहे हो?"
यह भी पढ़ें: 'महाराष्ट्र में ईवीएम SOP का पालन नहीं...', SC जाएगा INDIA ब्लॉक, शरद पवार-केजरीवाल की बैठक में फैसला
जो रखते मोदी-फडणवीस में विश्वास...!
नितेश राणे ने कहा, "मुख्यमंत्री लाडकी बहन योजना के लाभार्थी में ज्यादा से ज्यादा लाभार्थी मुसलमान समुदाय के नजर आ रहे हैं. मैं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को विनती करने वाला हूं कि आदिवासी समाज को छोड़कर जिन्हें 2 से ज्यादा बच्चे हैं उन्हें सरकारी योजना से बाहर निकाला जाए. जिस वजह से ज्यादा से ज्यादा हिंदू समाज और हमें जो वोट करते हैं. मोदी जी के नेतृत्व को जो विश्वास रखते हैं. महायुती और देवेंद्र फडणवीस पर जो विश्वास रखते हैं, ऐसे लोगों को हमारे योजना का लाभ मिलना चाहिए."
यह भी पढ़ें: देवेंद्र फडणवीस: कोई बदले की राजनीति नहीं, स्थिर सरकार देंगे, लाडली बहना योजना जारी रहेगी
एकनाथ शिंदे भी कर चुके दावा
महाराष्ट्र में सरकारी योजनाओं के लाभ को लेकर बीते कई दिनों से बहस छिड़ी है. खासतौर पर बीजेपी के नेता लगातार दावे कर रहे हैं कि उनकी सरकार की तरफ से जिन लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ ज्यादा मिल रहा है, वे मुस्लिम समुदाय के हैं. इससे पहली पूर्व सीएम एनकनाथ शिंदे ने भी एक बयान में दावा किया था कि सरकारी योजनाओं का लाभ सबसे ज्यादा मुस्लिम महिलाओं को मिल रहा है. इस योजना की शुरुआत उनके ही कार्यकाल में की गई थी, और वह इसका पूरा श्रेय भी लेते नजर आते हैं. (भरत की रिपोर्ट)
aajtak.in